सुनील मनोहर गावस्कर यानी लिटिल मास्टर आज पूरे 60 साल के हो गए हैं. भारतीय क्रिकेट को दुनिया के मानचित्र में सही मायने में पहचान दिलाने वाले में सुनील गावस्कर ही थे. 1971 में वेस्ट इंडीज़ में भारत का परचम लहरवाया और उसी साल इंग्लैंड में इंग्लैड को हराकर गावस्कर ने पूरे दुनिया में अपना लोहा मनावाया था.
ब्रैडमैन के टेस्ट शतकों का रिकॉर्ड तोड़ा
पहले डॉन ब्रैडमैन का टेस्ट शतकों का रिकॉर्ड तोड़ा फिर टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यदा रन बनाने का वो रिकॉर्ड भी बनाया जिसे बाद में सचिन तेंदुलकर ने अपने नाम कर लिया. खुद गावसकर द्वारा कायम कई रिकॉर्ड भले अब टूट चुके हों, लेकिन भारतीय क्रिकेट तथा विश्व क्रिकेट में उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा.
लाजवाब ओपनर थे गवास्कर
नाटे कद के इस भारतीय बल्लेबाज की तकनीक लाजवाब थी. 1970 और 1980 के दशक में दुनिया के सबसे खतरनाक समझे जाने वाले वेस्ट इंडीज के तेज गेंदबाजों का गावस्कर ने बिना हेलमेट से सामना कर इसकी बानगी भी दिखाई. पिच पर किसी योगी की तरह ध्यान लगाकर बल्ले से कामयाबी की गाथा लिखने वाले गावस्कर के करीबी साथियों की राय में उन जैसा मास्टर दूसरा ओपनर अब शायद ही कभी पैदा हो. बतौर सलामी बल्लेबाज गावस्कर ने जो मुकाम हासिल किया वह शायद ही और कोई हासिल कर सके. वह विश्व क्रिकेट के निर्विवाद रूप से सबसे दक्ष सलामी बल्लेबाज थे.