ओडिशा के बालनगिर जिले में नर बलि की कथित घटना में सात साल के बच्चे की जीभ काटी गई और फिर उसकी हत्या कर दी गई. पुलिस अधिकारी ने बताया कि बच्चे की पहचान झालीपदार गांव के जलेस्त्री पाराभोई के पुत्र दशरथ के रूप में हुई है. उसका शव एक तालाब में तैरता हुआ पाया गया.
पुलिस ने इस सिलसिले में बानकने बहेरा और रिषिकेश दास को गिरफ्तार किया है और दो लोगों को हिरासत में भी लिया है. इनमें से रिषिकेश दास एक तांत्रिक है. तितलागढ़ के एसडीपीओ दिलीप कुमार पुरोहित ने बताया, बानकने बहेरा ने शैतानी ताकतों से छुटकारा पाने के लिए बच्चे की हत्या करने की बात स्वीकार की है.
तांत्रिक ने उसे शैतानी ताकतों से छुटकारा पाने के लिए बच्चे की बलि देने को कहा था. आरोपियों ने शुक्रवार को बच्चे को उसके घर के सामने से अगवा किया और उसे खाने की चीज देने का लालच देकर पड़ोस के गांव ले गए. वहां चार लोगों ने कथित रूप से बच्चे की जीभ काट दी और तालाब में फेंकने से पहले उसके हाथ बांध दिए.
शनिवार सुबह गांव के कुछ लोगों ने दशरथ का शव तालाब में तैरता हुआ देखा और पुलिस को सूचना दी. बच्चे की मां के बयान के आधार पर पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है.