नेपाल में शनिवार को आए भीषण भूकंप के बाद वहां फंसे 74 यात्री एयर इंडिया के विशेष विमान से काठमांडू से रविवार को कोलकाता लौट आए . उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि नेपाल के कई हिस्सों में शनिवार आये 7.9 की तीव्रता वाले भूकंप से वे जितना भयभीत हुए, उतना इससे पहले कभी नहीं हुए थे.
एक बहुराष्ट्रीय कम्पनी में काम करने वाले गौतम भद्रा ने कहा, ‘जब भूकंप आया तो मैं होटल में था. पूरा भवन बुरी तरह कांपने लगा और मैं जल्दबाजी में बाहर निकल आया.’ ऐसा ही अनुभव चेटला के संजोर घोष का था जिन्होंने कहा कि वह अपने होटल से बाहर निकल आए और एक खुली जगह पर आ गए जहां कई लोग पहले से मौजूद थे.
दुर्बा घोष और ध्रुवज्योति घोष ने बताया, ‘जिस तरह से भवन हिला और गिर गया उससे मुझे लगा कि मौत आ गई. हम मौत के मुंह से निकल कर आए हैं.’ नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से एयर इंडिया का विशेष विमान सुबह सात बजे काठमांडू के लिए रवाना हुआ जिसमें 50 यात्री और राहत सामग्री थी. यात्रियों में अधिकतर पत्रकार थे.
शनिवार को जब भूकंप के फिर से झटके आए उस वक्त राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सिलीगुड़ी का विमान पकड़ने के लिए एनएससीबीआई हवाई अड्डे के लाउंज की ओर बढ रही थीं. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कई प्रतीक्षारत यात्री डर के मारे लाउंज से निकल भागे.
इनपुट: भाषा