अमेरिका ने 9/11 हमले के कथित प्रमुख साजिशकर्ता पाकिस्तानी नागरिक खालिद शेख मोहम्मद एवं अल कायदा के 4 अन्य संदिग्ध आतंकवादियों पर मुकदमे की औपचारिक कार्रवाई शुरू कर दी. यदि ये दोषी पाए जाते हैं तो इन्हें मृत्युदंड तक मिल सकता है.
अमेरिकी रक्षा विभाग ने बुधवार को बताया कि ग्वांतानामो बे स्थित जेल में बंद इन पांच आरोपियों पर सैन्य अदालत में आतंकवाद, विमान अपहरण, षडयंत्र रचने, हत्या और सम्पत्ति नष्ट करने के आरोप में मुकदमा चलाया जाएगा.
पेंटागन ने बताया कि मोहम्मद और चार अन्य संदिग्धों वालिद बिन अत्ताश, रामजी बिन अल साहिब, अली अब्द अल-अजीज और मुस्तफा अहमद अल-हवासवी को मृत्युदंड मिल सकता है.
11 सितम्बर 2001 को हुए आतंकवादी हमलों की साजिश रचने एवं इसे अंजाम देने के आरोप में इनपर एक साथ मुकदमा चलाए जाने की सम्भावना है. 11 सितम्बर 2001 को विमान का अपहरण कर न्यूयार्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर एवं वाशिगटन स्थित पेंटागन पर हमले किए गए. सैन्य अदालत में 30 दिन के अंदर इन आरोपियों के समक्ष इन पर लगाए गए आरोपों को सुनाया जाएगा.
इस आदेश से पहले इन पांच आरोपियों पर सैन्य अदालत या नागरिक अदालत में मुकदमा चलाने के लिए रस्साकशी चल रही थी.
ओबामा प्रशासन ने 2009 में इनके खिलाफ मुकदमा अमेरिकी नागरिक अदालत में चलाने की कोशिश की थी लेकिन व्यापक विरोध के चलते इस फैसले को अप्रैल 2011 में पलट दिया गया.
पेंटागन के अनुसार मोहम्मद ने 9/11 हमले की पूरी जिम्मेदारी ली है उसे पाकिस्तान में 2003 में गिरफ्तार किया गया था और वह 2006 से ग्वातानामो बे स्थित जेल में बंद है.
अमेरिकी अभियोजकों का दावा है कि वह अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या एवं 2001 में विमान उड़ाने के असफल प्रयास सहित कई आतंकवादियों घटनाओं में भी शामिल रहा है.