उत्तर प्रदेश के हजारों करोड़ रुपये के बहुचर्चित खाद्यान्न घोटाला मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने लखीमपुर खीरी जिले से नौ लोगों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार लोगों में गोदाम प्रभारी, ठेकेदार, ट्रांसपोर्टर और फाइनेंसर शामिल हैं.
सीबीआई के सूत्रों से जिन लोगों की गिरफ्तारियों की जानकारी मिली है, उसमें शिव नरेश सिंह, ज्ञान प्रकाश शुक्ला, जगदीश वर्मा, सत्य प्रकाश अग्रवाल, सत्तार खान, जे.पी.वर्मा, राजेश गुप्ता, राजन पुरीवाला, कृष्णपाल वर्मा शामिल हैं.
इन सभी पर मिलीभगत करके लखीमपुर खीरी और आसपास के इलाके में सरकारी अनाज व्यापारियों को बेचने का आरोप है.सीबीआई की तरफ से इन गिरफ्तारियों को लेकर आधिकारिक रूप से कोई बयान नहीं दिया गया है। कहा जा रहा है कि गिरफ्तार लोगों को सीबीआई बुधवार को अदालत में पेश कर सकती है.
बीते सप्ताह लखनऊ क्षेत्र में खाद्यान्न घोटाले के आरोप में सीबीआई ने कांग्रेस नेता एवं ट्रांसपोर्टर दलजीत सिंह और मोहनलाल गंज के गोदाम प्रभारी सुरेशधर दुबे को गिरफ्तार किया था. आरोप है कि इन्होंने प्रदेश के 18 जिलों में बीपीएल और अंत्योदय योजना के तहत गरीबों को मिलने वाले अनाज को व्यापारियों को सस्ते दामों पर बेच दिया.
उत्तर प्रदेश में वर्ष 2004 में मुलायम सिंह यादव के कार्यकाल के दौरान हुए करोड़ों रुपये के खाद्यान्न घोटाला मामले की जांच के लिए वर्ष 2005 में एक जनहित याचिका दायर की गई थी, जिसके आधार पर वर्ष 2007 में सीबीआई को जांच का आदेश दिया गया था.