उग्रवादी संगठन आईएसआईएस अब भारत में भी पैर पसारने लगा है. जम्मू-कश्मीर में 9 किशोरों को गिरफ्तार किया गया है, जो आईएसआईएस से प्रभावित बताए जा रहे थे. इन किशोरों को स्पेशल होम्स भेज दिया गया है.
इन सभी पर पेट्रोल बम फेंकने, पथराव करने और आईएस के झंडे लहराने का आरोप है. सूत्रों का कहना है कि इनमें से तीन हथियारों की ट्रेनिंग लेने के लिए पाकिस्तान जाने की प्लानिंग कर रहे थे.
वॉट्स ऐप ग्रुप पर बन रहे थे उग्रवादी
पकड़े गए ये सभी आरोपी नाबालिग हैं. सभी की उम्र 15 से 17 साल के बीच बताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक उत्तरी अफ्रीका का एक व्यक्ति वॉट्स ऐप ग्रुप के जरिए इन सभी को उग्रवादी बना रहा था. अल-हयात नाम के इस वॉट्स ऐप ग्रुप के लीडर का नाम अबु-बकर है. सूत्रों का दावा है कि कई विदेशी भी इस ग्रुप का हिस्सा थे.
आईएस से ताल्लुक
अबु-बकर और अल-हयात दोनों इस्लामिक स्टेट(आईएस) से जुड़े हुए हैं. अबु-बकर अल-बगदादी आईएस का हेड है जबकि अल-हयात आईएस की मीडिया विंग का नाम है.
आईएस के झंडे लहराते दिखे थे
गिरफ्त में लिए गए ये कश्मीरी लड़के घाटी में कई बार आईएस के झंडे लहराते देखे गए थे, जिसके बाद सरकार और आर्मी ने इसपर चिंता जताई थी.
आईएस से सीधा संबंध नहीं
हालांकि एजेंसियों ने इस बात से इंकार किया है कि ये नाबालिग लड़के आईएस के साथ सीधे संपर्क में थे. एक इंटेलिजेंस ऑफिसर ने बताया कि ये लड़के 'खिलाफा' से प्रेरित थे. हिज्ब-उल-मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी ने 'खिलाफा' को पॉपुलर बनाया था. सूत्रों का कहना है कि वानी सोशल मीडिया पर कई वीडियो अपलोड करता है, जिसे कश्मीर के कई नौजवान फॉलो करते हैं.
वीडियो में भारत को धमकी
वॉट्स ऐस और फेसबुक पर वायरल हुई एक वीडियो में वानी युवाओं को ये कहता दिख रहा है कि वो भारत की हथियारबंद फोर्स से लड़ें. इसके साथ ही वो इसमें भारत की पुलिस को गंभीर नतीजे भुगतने की धमकी देता दिख रहा है. इसमें वो कुरान की एक बात का हवाला देते हुए बता रहा है कि वो आतंकवादी क्यों बने हैं. उन्होंने कहा, 'हमने अपने परिवारों को छोड़ दिया....अपनी मां और बहनों को छोड़ दिया...ताकि आपकी मां और बहनों की रक्षा कर सकें. हम ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि कश्मीर में खिलाफा स्थापित हो सके.' बाद में एजेंसियों ने इस वीडियो को ब्लॉक कर दिया है.
नाबालिगों की हो रही काउंसलिंग
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गिरफ्त में लिए गए नाबालिगों को स्पेशल होम्स में काउंसलिंग दी जा रही है ताकि वो सही रास्ते पर आ सकें.
आपको बता दें कि अभी तक दो दर्जन भारतीय इस्लामिक स्टेट में शामिल हो चुके हैं, जिनमें से 6 लोगों की हत्या कर दी गई है. कई अन्य लोगों को आईएसआईएस के बहकावे में आने से रोका गया है और सभी की काउंसलिंग की जा रही है.