तालिबान के एक आत्मघाती हमलावर ने अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के निकट स्थित पुलिस की एक इमारत से विस्फोटकों से लदे अपने वाहन को टकरा दिया जिससे कम से कम नौ पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी जबकि 38 अन्य घायल हो गये.
पुलिस ने बताया कि आत्मघाती के वाहन में 300 किलोग्राम से अधिक परिष्कृत विस्फोटक था. उसने यूनिवर्सिटी रोड स्थित पुलिस की एक तिमंजिला इमारत से वाहन को टक्कर मारी. इस इमारत में आपराधिक जांच विभाग का कार्यालय भी है. विस्फोट के चलते इमारत ध्वस्त हो गयी.
खबर पख्तूनख्वा के वरिष्ठ मंत्री बशीर बिलौर ने पुष्टि की है कि एक आत्मघाती ने अपनी कार से हमले को अंजाम दिया.
पुलिस ने कहा कि मृतकों की संख्या अधिक हो सकती है क्योंकि मलबे में अनेक लोग फंसे हुए हैं. विस्फोट इतना जबर्दस्त था कि इसकी आवाज दस किलोमीटर दूर तक सुनायी दी और इसके कारण निकट की उन इमारतों को भी नुकसान पहुंचा जिसमें पुलिस अधिकारी रहते हैं.
स्थानीय टेलीविजन समाचार चैनलों ने कहा कि तालिबान के एक प्रवक्ता ने हमले की जिम्मेदारी ली है. दो मई के बाद से आतंकवादियों का यह चौथा हमला है.
यह हमला पेशावर के एक सुरक्षित सैन्य इलाके में हुआ. यह अफगानिस्तान से लगे पाकिस्तान के अशांत कबायली इलाकों का द्वार है.
बिलौर ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद संवाददाताओं को बताया, ‘हमले में लगभग 300 किलोग्राम विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया. हमलावर के वाहन का इंजन लगभग 350 फीट दूरी पर मिला. हमलावर की केवल एक अंगुली बरामद हुई है.’
अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट स्थानीय समयानुसार सुबह पौने पांच बजे हुआ. विस्फोट के बाद सेना के जवानों और पुलिसकर्मियों ने इलाके की घेराबंदी करते हुए यूनिवर्सिटी रोड को सील कर दिया.
कराची में तीन दिन पहले ही तालिबान के लड़ाकों ने नौसेना के वायु प्रतिष्ठान में घुस कर सुरक्षा बलों के 10 जवानों को मार गिराया था. इन लड़ाकों ने दो टोही विमानों को भी नष्ट कर दिया था.
आज जिस इमारत को निशाना बनाया गया है, वह अमेरिकी दूतावास से लगभग एक किलोमीटर दूर है. पिछले सप्ताह एक कार बम हमलावर ने अमेरिकी दूतावास के वाहनों के काफिले को निशाना बनाया था. इस हमले में एक की मौत हो गई थी, जबकि अनेक लोग घायल हो गए थे.