महाराष्ट्र के वर्धा में एक भयानक घटना सामने आय है. यहां एक व्यक्ति ने अपने परिचित के 9 वर्षीय बेटे का अपहरण करके उसे मार दिया और उसके शरीर के कुछ हिस्से को खा भी गया. यह सब उसने एक ‘खास तरह की ताकत’ (स्पेशल पावर) पाने के लिए किया, ताकि वह तथाकथित गुप्त खजाने की खोज में सफल हो सके. घटना 8 अक्टूबर की है, लेकिन इस नरभक्षी दरिंदे को पिछले शुक्रवार को ही गिरफ्तार किया जा सका है. इसके अलावा रविवार को पांच अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है. इन पांचों पर उसे इस तरह के घृणित कार्य के लिए उकसाने का आरोप है.
पांचों आरोपी उत्तम पोहाणे, अंकुश गिरी, सुरेश धनोरे, दिलिप भोगे और दिलिप खामकर को 20 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. एसपी अनिल पारसकर ने एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए बताया कि मुख्य आरोपी आसिफ शाह उर्फ मुन्ना पठान एक ऑटो ड्राइवर है. उसी ने चौथी कक्षा में पढ़ने वाले 9 वर्षीय लड़के का वर्धा की वडार बस्ती इलाके से 8 नवंबर को अपहरण किया और फिर उसका कत्ल कर दिया.
मासूम को मौत के घाट उतारने के बाद मुन्ना ने उसके मृत शरीर से आंखें और किडनी निकाल लिए. इसके बाद वह दूर-दराज के एक हनुमान मंदिर में गया, जहां उसने मंदिर के बाहर इन्हें पकाकर खाया और इसके बाद पूजा भी की. करीब एक हफ्ते पहले ही एक चश्मदीद ने पुलिस को बताया था कि उसने मासूम बच्चे को मुन्ना के साथ देखा था.