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खतरे में देश के जंगल, कोयला खनन के लिए किए जा सकते हैं इस्‍तेमाल

देशभर के जंगल खतरे में हैं. खबर है कि सरकार जल्द ही देशभर के कुछ जंगलों को कोयले के खनन के लिए इस्तेमाल कर सकती है. जंगलों की देखरेख करने वाली FSI (फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया) ने सरकार को एक प्रस्ताव भेजा है, जिसमें कहा गया है कि देश के 90 फीसदी जंगलों को कोयला खनन के लिए खोला जा सकता है. जबकि 11 फीसदी जंगलों में खनन ना किए जाएं.

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देशभर के जंगल खतरे में हैं. खबर है कि सरकार जल्द ही देशभर के कुछ जंगलों को कोयले के खनन के लिए इस्तेमाल कर सकती है. जंगलों की देखरेख करने वाली FSI (फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया) ने सरकार को एक प्रस्ताव भेजा है, जिसमें कहा गया है कि देश के 90 फीसदी जंगलों को कोयला खनन के लिए खोला जा सकता है. जबकि 11 फीसदी जंगलों में खनन ना किए जाएं.

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अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के अनुसार माना जा रहा है कि अगर सरकार ये प्रस्ताव मान लेती है तो देश में कोयले की उत्पाद बढ़ सकती है. पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर जल्द ही FSI के इस प्रस्ताव पर विचार कर सकते हैं.

गौरतलब है कि सरकार ने FSI से एक रिपोर्ट देने को कहा था, जिसमें ये बताने को कहा गया था कि देशभर के कितने फीसदी जंगलों को कोयला खनन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.

हालांकि FSI ने साफ किया है कि नेशनल सेंचुरी, नेशनल पार्क और वाइल्ड लाइफ रिजर्व को इससे बाहर रखा गया है. अब देखना ये होगा कि सरकार इस प्रस्ताव पर कब तक फैसला लेती है.

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