scorecardresearch
 

राजा की चिदंबरम को गवाह के तौर पर बुलाने की मांग

पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा ने आज दिल्ली की एक अदालत के समक्ष कहा कि पूर्व वित्त मंत्री और वर्तमान गृह मंत्री पी चिदंबरम को 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले में बुलाया जाना चाहिए और उनसे गवाह के तौर पर पूछताछ की जानी चाहिए.

Advertisement
X

पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा ने आज दिल्ली की एक अदालत के समक्ष कहा कि पूर्व वित्त मंत्री और वर्तमान गृह मंत्री पी चिदंबरम को 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले में बुलाया जाना चाहिए और उनसे गवाह के तौर पर पूछताछ की जानी चाहिए.

Advertisement

राजा की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता सुशील कुमार ने विशेष सीबीआई न्यायाधीश न्यायमूर्ति ओ पी सैनी से कहा कि एजेंसी को कैबिनेट की एक बैठक के संदर्भ में चिदंबरम का बयान दर्ज करना चाहिए जिसमें उन्होंने शेयरों को कम करने के मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट की थी.

राजा के वकील ने कहा कि चिदंबरम से यह पूछा जाना चाहिए कि क्या उन्होंने प्रधानमंत्री की मौजूदगी में शेयरों को कम करने के मुद्दे पर सुझाव दिया था.

उन्होंने कहा, ‘चिदंबरम को अदालत में बुलाया जाए और पूछा जाए कि क्या यह बैठक प्रधानमंत्री की मौजूदगी में हुई थी या नहीं, और क्या आपने (चिदंबरम ने) यह सुझाव दिया था या नहीं.’ रोजकोष को हुए कथित नुकसान के संदर्भ में राजा के वकील ने कहा कि यहां तक की प्रधानमंत्री ने संसद में कहा है कि कोई नुकसान नहीं हुआ है.

Advertisement

सीबीआई ने अपने आरोपपत्र में कहा कि आरोपियों में स्वान टेलीकाम का शाहिद बलवा और यूनीटेक वायरलेस प्राइवेट लिमिटेड का संजय चंद्रा ने अपने शेयर दुबई स्थित इटीसलात और नार्वे स्थित टेलीनार को बेच दिया. राजा के वकील ने कहा कि अदालत को आपराध दंड संहिता की धारा 311 के तहत अपनी शक्ति का इस्तेमाल करना चाहिए और चिदंबरम से गवाह के तौर पर पूछताछ करनी चाहिए.

उन्होंने कहा, ‘उस बैठक में तत्कालीन वित्त मंत्री ने शेयरों को कम करने के मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट किया था. चिदंबरम इस मामले में एक पक्ष हैं और मैं उन्हें आरोपी नहीं कह रहा हूं. सीबीआई को जितनी जल्द हो सके उनका बयान दर्ज करना चाहिए.’

बचाव पक्ष के वकील ने कहा, ‘चिदंबरम को सीआरपीसी की धारा 311 के तहत बुलाया जाए और उनसे पूछा जाए कि क्या यह बैठक हुई थी.’ उन्होंने कहा कि सीबीआई का केस उन दो बातों पर आधारित है जिसमें एक में कहा गया है कि राजा ने स्पेक्ट्रम की नीलामी की और दूसरा उन्होंने शेयरों में कमी लाकर दो कंपनियों का पक्ष लिया.

Advertisement
Advertisement