ए. राजा के इस्तीफे के बाद सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर राजा से खाली हुई कुर्सी डीएमके के पास ही जानी है, तो किन चेहरों को अहमियत मिल सकती है.
फ़िलहाल डीएमके के चार प्रमुख चेहरों को राजा की कुर्सी का दावेदार माना जा रहा है. इनमें से एक तो ख़ुद करुणानिधि की बेटी कणिमोझी हैं, जो फ़िलहाल राज्यसभा सदस्य हैं. डीएमके नेता ए के एस विजयन भी इस दौड़ में शामिल हैं, जो पार्टी में दलित समुदाय की नुमाइंदगी करते हैं. इस फेहरिस्त में अगला नाम टी के एस इलांगोवन का है. इलांगोवन फ़िलहाल लोकसभा सांसद हैं, लेकिन उनका जातीय गणित मज़बूत है. डीएमके के वरिष्ठ नेता और पूर्व जहाजरानी मंत्री टीआर बालू भी इस कुर्सी के दावेदार माने जा रहे हैं.