हिंसाग्रस्त मिस्र में फंसे भारतीय नागरिकों में से करीब 300 यात्रियों के पहले बैच को लेकर एयर इंडिया का विशेष विमान सोमवार दोपहर सीएसटी हवाई अड्डे पर उतरा.
विशेष बोइंग विमान 747-800 दोपहर 2:20 बजे जैसे ही छत्रपति शिवाजी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहुंचा, वहां प्रतीक्षा कर रहे या़ित्रयों के रिश्तेदारों ने राहत की सांस ली.
मिस्र के राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक को हटाने की मांग को लेकर वहां चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच में से निकलकर भारत पहुंचने वाले यात्रियों का यही कहना था, ‘भगवान का शुक्र है, हम अपने देश में सुरक्षित लौट आए.’ विमान ने कल काहिरा से उड़ान भरी थी. इन लोगों को निकालने की यह विशेष व्यवस्था पूरे मिस्र में सरकार के खिलाफ चल रहे व्यापक विरोध प्रदर्शन को देखते हुए की गयी. यात्रियों ने भारत सरकार का भी शुक्रिया अदा किया.
अपनी पत्नी और चार अन्य लोगों के साथ यात्रा पर काहिरा गये पंकज ने कहा, ‘यह डरावने सपने की तरह था. हर जगह गोलीबारी थी, इमारतों से धुंआ निकल रहा था और सरकारी संपत्तियों में आग लगा दी गयी. शुक्र है कि मैं इन सबसे निकलकर सुरक्षित वापस आ गया.’{mospagebreak}
नौ साल की स्वाति ने कहा, ‘मैं दोबारा वहां नहीं जाना चाहती. पुलिस हजारों लोगों को बुरी तरह पीट रही थी.’ टाटा स्टील में कार्यरत अपने पति के साथ एक कांफ्रेंस के लिए मिस्र गयीं देविना चटर्जी ने कहा कि काहिरा हवाईअड्डे पर लोगों की भीड़ है जो अपने देश वापस जाना चाहते हैं लेकिन वहां उड़ान सेवाएं नहीं हैं.
उन्होंने कहा, ‘हम भारत सरकार के शुक्रगुजार हैं कि हम अपने देश वापस आ गये.’ पहले दस्ते में वापस आये अधिकतर लोग टाटा स्टील से जुड़े हैं जो काहिरा में तीन दिवसीय कांफ्रेंस में शामिल होने गये थे.
सूत्रों ने बताया कि एयर इंडिया ने आज शाम मुंबई से जेद्दा जाने वाली अपनी उड़ान को काहिरा तक भेजने का फैसला किया है ताकि मिस्र की राजधानी में फंसे और लोगों को निकाला जा सके. वर्तमान अनुमानों के मुताबिक वहां पर करीब 600 भारतीय हैं जिसमें पर्यटक भी शामिल हैं.