समाजवादी पार्टी के पूर्व महासचिव अमर सिंह अदालत की फटकार के बाद तीस हजारी कोर्ट पहुंचे. दरअसल कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को आज सुबह ही कोर्ट में अंतरिम जमानत लेने के लिए खुद हाजिर होने में नाकाम रहने पर फटकार लगाई थी. अब अमर सिंह पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है.
मंगलवार की सुबह अमर सिंह साल 2008 के ‘वोट के बदले नोट’ कांड में अपनी कथित भूमिका को लेकर जारी समन पर दिल्ली की एक अदालत में व्यक्तिगत रूप से पेश होने में नाकाम रहे थे. अमर सिंह पर इस मामले में 420 और 120 की धारा लगाई गई है.
विशेष न्यायाधीश संगीता धींगरा सहगल की अदालत में व्यक्तिगत रूप से पेशी से राहत मांगी, जबकि वर्ष 2008 के इस मामले में अपनी कथित भूमिका को लेकर भाजपा के पूर्व सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते और महावीर सिंह भागोड़ा अदालत में पेश हुए और जमानत का अनुरोध किया.
सिंह के वकील ने मेडिकल आधार पर अदालत में उनके व्यक्तिगत रूप से पेश होने से राहत दिए जाने की मांग की, वहीं कुलकर्णी के वकील ने इस आधार पर अपने मुवक्किल की अदालत में पेशी से राहत दिए जाने की मांग की कि वह अभी अमेरिका में हैं और अदालत का समन उन्हें नहीं मिल पाया है.
अमर सिंह के वकील ने उनकी पेशी से राहत की मांग करते हुए अदालत से अपील की कि उनके मुवक्किल ने हाल ही में गुर्दा का प्रत्यारोपण कराया है और वह गुर्दा संक्रमण एवं उच्च रक्तचाप सहित कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं. अदालत ने सिंह के वकील से कहा कि वह उनकी स्वास्थ्य हालत से जुड़े सभी चिकित्सीय कागजात अदालत को सौंपे. न्यायाधीश ने कहा, ‘कृपया मुझे कागजात दिखाइए (मेडिकल रिपोर्ट) कि गुर्दा का प्रत्यारोपण कब हुआ और अभी उनकी हालत कैसी है.’ इस पर, सिंह के वकील ने सभी संबद्ध कागजात अदालत को सौंपने के लिए दो दिनों का वक्त मांगा लेकिन न्यायाधीश ने उन्हें आज ही इसे सौंपने का आदेश दिया.
कुलकर्णी के वकील ने कहा, ‘कुलकर्णी अमेरिका में हैं और वह दो हफ्ते के अंदर अदालत में पेश होंगे.’ हालांकि, भाजपा के दो पूर्व सांसदों कुलस्ते और भागोड़ा अदालत में पेश हुए और अपनी जमानत याचिका दायर की.
अदालत ने उनकी जमानत याचिका को दो अन्य आरोपियों सोहेल हिन्दुस्तानी और अमर सिंह के सहयोगी संजीव सक्सेना की याचिका के साथ आज दोपहर बाद सुनवाई के लिए रख दिया.