कोलकाता के एएमआरआई अस्पताल की आग भले ही बुझ चुकी हो, पर यह सवाल अभी भी बरकरार है कि आग से हुई 90 मौतों का गुनहगार कौन है?
इस अग्निकांड में गिरफ्तार इमामी शराची ग्रुप के छह निदेशकों को शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा. शुरुआती जांच में अस्पताल की लापरवाही सामने आई है.
एएमआरआई अस्पताल के बेसमेंट में आग लगी, तो कई परिवारों पर मातम का पहाड़ टूट पड़ा.
अस्पताल हादसे के जख्म जगह-जगह बिखरे पड़े हैं. कोलकाता और आसपास के इलाकों के कई घरों में मातम पसरा हुआ है, तो अस्पताल के भीतर सन्नाटा.
बीते दिन नुकसान का जायजा लेने वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी भी पहुंचे और हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया.
शुरुआती जांच से पता चला है कि हादसे के पीछे अस्पताल की लापरवाही जिम्मेदार है. हादसे की जांच के लिए सरकार ने उच्चस्तरीय कमेटी बनाई है. इमामी और शराची समूह के छह निदेशकों को गिरफ्तार कर लिया गया है. अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है.
इस बीच यह खबर सामने आई है कि एएमआरआई अस्पताल पर पहले सरकार का ही नियंत्रण था, लेकिन फंड की कमी की वजह से सरकार का इससे नियंत्रण खत्म गया और इसकी वजह से अस्पताल सरकार की निगरानी से बाहर हो गया. ऐसा कैसे हुआ? जवाब सरकार को भी देना होगा.