देश भर में बैंक के ग्राहकों की सुविधा के लिए लगाए गए एटीएम (स्वचालित नकदी मशीनें) आतंकवादी गतिविधियों तक पैसा पहुंचाने और काले धन को सफेद बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने लगी हे. यह बात वित्तीय बाजर की खुफिया जानकारी जुटाने वाली एक केंद्रीय एजेंसी द्वारा वित्त मंत्रालय को भेजी गयी रपट में सामने आयी है.
रपट में ऐसे मामलों का पता लगता है जहां एक बैंक खाते में एक राज्य में विभिन्न शाखाओं से छोटी छोटी रकम जमा की गयीं और उसके एटीएम और डेबिट कार्ड से अलग अलग लोगों ने पैसे निकाले.
आधिकारिक रपटों के अनुसार खुफिया और प्रवर्तन एजेंसियों ने क्रेडिट और डेबिट कार्ड के जरिये बड़ी मात्रा में राशि निकालने तथा उसके आतंकवादी गतिविधियों में इस्तेमाल किए जाने के मामलों में वृद्धि हुई है.
वित्तीय खुफिया इकाई (एफआईयू) को 2009-10 के दौरान ऐसे 17,000 संदिग्ध मामलों की सूचना (एसटीआर) मिली है. एफआईयू ने एटीएम के दुरुपयोग समेत ऐसे मामलों के बारे में 66 पृष्ठ की अपनी रिपोर्ट वित्त मंत्रालय को सौंपी है.
वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘आतंकवादी गतिविधियों के वित्त पोषण के लिये एटीएम नया रास्ता बनकर उभरा है. ऐसा देखा गया है कि कोई व्यक्तियों या स्रोतों से किसी खाता विशेष में देश में या बाहर पैसा भेजता है और उससे कई लोग एक या विभिन्न स्थानों से एटीएम के जरिये पैसा निकालते हैं.{mospagebreak} ऐसे खातों का पता चलते ही उसे तत्काल गैर-कानूनी गतिविधियां निरोधक कानून की धाराओं के तहत जब्त किया जाता है.’ अधिकारी ने कहा कि एटीएम के जरिये पैसा निकासी से आतंकवादी एजेंटों के बारे में पता लगाने की संभावना सीमित हो जाती है.
अधिकारियों ने बताया कि केरल के एक जिले में एक बैंक के बचत खाते में केरल और महराष्ट्र में विभिन्न जगहों की शाखाओं से पचास हजार-पचास हजार रुपए से कम की रकम जमा कराई गयी . बाद में उस रकम को विभिन्न एटीएम मशीनों से निकाला गया. बात में पता लगा कि वह खातेदार खाड़ी के एक देश में नौकरी करने गया था और वहां से लौट कर पर्दे और फूलों का व्यवसाय शुरू कर दिया.
इसी तरह एफआईयू की एक रपट में कहा गया है कि उस व्यक्ति और उसके बेटे के खातों में खाड़ी से भेजी गयी रकम को तत्काल हैदराबद में एटीएम से निकलवाया गया जांच में उनका एक ऐसे व्यक्ति के साथ व्यावसायिक संबंध निकला जो एक पाइप बंम मामले में पुलिस हिरासत में था. वह पैसा पुलिस हिसारत वाले व्यक्ति के एक साथी ने निकलवाई थी. आरोप है कि इस धन का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों के लिए किया गया.
आर्थिक खुफिया इकाइयों के अधिकारियों ने कहा कि वे नेपाल के क्रेडिट कार्डों के जरिये जम्मू कश्मीर में एटीएम के जरिये बड़ी राशि निकाले जाने के मामले की जांच कर रहे हैं.