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सियासी पार्टियों के बंद से पब्लिक बेहाल

कीमतों में वृद्धि के विरोध स्वरूप विपक्षी दलों द्वारा आयोजित बंद के कारण राजग और वाम दल शासित प्रदेशों में जनजीवन खासा प्रभावित रहा. बंद के कारण इन प्रदेशों में रेल, सड़क और हवाई यातायात पर भी खासा असर पड़ा है.

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कीमतों में वृद्धि के विरोध स्वरूप विपक्षी दलों द्वारा आयोजित बंद के कारण राजग और वाम दल शासित प्रदेशों में जनजीवन खासा प्रभावित रहा. बंद के कारण इन प्रदेशों में रेल, सड़क और हवाई यातायात पर भी खासा असर पड़ा है.

महाराष्ट्र और कर्नाटक में भाजपा कार्यकर्ताओं ने बसों पर पथराव किया. इन प्रदेशों में कई स्थानों पर हिंसक घटनाएं भी हुईं.

लखनउ में भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली और मुख्तार अब्बास नकवी को हजरतगंज की ओर जाने की कोशिश के चलते पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. भाजपा कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि पुलिस के प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करने के दौरान उनकी पार्टी के बहुत से कार्यकर्ता और नेता घायल हो गए.

राजग शासित प्रदेशों, बिहार, पंजाब और कर्नाटक में प्रदर्शनकारियों ने बस और रेल सेवा प्रभावित की.

इन प्रदेशों में स्कूल, कॉलेज और व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी पूरी तरह बंद रहे. बंद को सफल बनाने के लिए प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए.

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पश्चिम बंगाल और केरल में भी हवाई, सड़क और रेल मार्ग प्रभावित हुआ. कोलकाता में नेताजी सुभाषचंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से सिर्फ एयर इंडिया के विमानों ने उड़ान भरी.

वहीं महाराष्ट्र में आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं की धरपकड़ करते हुए लगभग 10,000 लोगों को हिरासत में ले लिया.{mospagebreak}

बंद के कारण यात्रियों की कम संख्या को देखते हुए घरेलू एयरलाइंस ने मुंबई के घरेलू हवाईअड्डे से उड़ान भरने वाली 45 और यहां आने वाली 39 उड़ानों को निरस्त कर दिया है. देश की आर्थिक राजधानी में टैक्सियां और ऑटो-रिक्शा सड़कों पर नहीं उतरे. सार्वजनिक परिवहन की बसों और लोकल ट्रेनों में भी बहुत कम यात्री दिखाई दिए.

मुलुंड रेलवे स्टेशन पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूर्व सांसद किरीट सोमय्या के नेतृत्व में ‘रेल रोको’ अभियान शुरू किया, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया. बोरीवली में भी ऐसा ही प्रदर्शन करने के दौरान पुलिस ने मुंबई भाजपा अध्यक्ष और विधायक गोपाल शेट्टी को हिरासत में ले लिया.

पुणे के अलावा मुंबई के विकरोली, बोरीवली और कांदीवली में बसों और ट्रेनों पर पथराव की घटनाएं हुईं, लेकिन इनमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं मिली.

दूसरी ओर दिल्ली में बंद का काफी हल्का असर हुआ. हालांकि भाजपा कार्यकर्ताओं ने कुछ स्थानों पर सड़कें, रेल और मेट्रो सेवा को बाधित किया. दिल्ली में बस, ऑटो और निजी वाहन सड़कों पर दिखाई दिए, वहीं कार्यालयों में भी औसत से ज्यादा उपस्थिति दर्ज हुई.

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भाजपा के अलावा बंद को शिवसेना, समाजवादी पार्टी, जद (यू), माकपा, भाकपा, फॉरवर्ड ब्लॉक, आरएसपी, अन्नाद्रमुक, एमडीएमके, तेदेपा, बीजद, जद (एस), अगप, अकाली दल और इनेलो का भी समर्थन प्राप्त है.

जेटली ने लखनउ में दावा किया ‘‘बंद को अभूतपूर्व सफलता मिली है.{mospagebreak}
हमें इस संदर्भ में पूरे देश से संदेश मिल रहे हैं. विरोध प्रदर्शन को आम जनता का पूरा सहयोग मिल रहा है क्योंकि आम आदमी वास्तव में संप्रग सरकार की नीतियों का निशाना बन रहा है.’’ भाजपा नेता ने कहा कि केंद्र की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन संसद तक भी पहुंचेगा.

बिहार में भी ट्रेन और सड़क परिवहन एक तरह से रुका रहा और दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी बंद रहे.

पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दिलीप कुमार ने बताया कि प्रदेश में विरोध-प्रदर्शन के बाद नयी दिल्ली-मुजफ्फरपुर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों पर रोक कर रखा गया.

बंद समर्थकों ने कई ट्रेनों के हौज पाइप काट दिए और बंद को सफल बनाने के लिए रेल की पटरियों पर प्रदर्शन किया.

उन्होंने बताया कि बंद समर्थकों ने राजगीर-दानापुर सवारी ट्रेन को कडाही के पास, हटिया-पटना को जहानाबाद के पास, गया-पटना को इस्लामपुर के पास, जबकि 10 मेल ट्रेनों को सासाराम, विक्रमगंज, धोली, नाराहन, मोतिहारी, सीतामढ़ी और जयनगर रेलवे स्टेशनों पर रोके रखा.

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प्रदेश मुख्यालय पर आईं खबरों में कहा गया है कि मुजफ्फरपुर, गया, बिहारशरीफ, भागलपुर, बेगूसराय, मोतिहारी, बेतिया, सिवान, गोपालगंज, छपरा, दरभंगा, सहरसा, खगड़िया और कटिहार में बाजार पूरी तरह बंद रहे.

कर्नाटक में कई स्थानों पर पथराव की घटनाएं सामने आईं और भाजपा कार्यकर्ताओं ने कुछ देर के लिए मैसूर-बेंगलूर यात्री ट्रेन को रोके रखा. कार्यकर्ताओं ने संप्रग सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए. केरल में दुकानें बंद रहीं. वहीं बसें, टैक्सियां और अन्य वाहन सड़कों पर नहीं उतरे. प्रदेश के किसी हिस्से से हिंसा की कोई घटना दर्ज नहीं हुई है.

आंध्र प्रदेश में बस सेवा बुरी तरह प्रभावित हुई क्योंकि विपक्षी दलों ने खम्मम, नालगोंडा, रंगा रेड्डी और कडप्पा जिलों में कई बस डिपो के बाहर प्रदर्शन किए.{mospagebreak}

बंद समर्थकों ने उड़ीसा में भी केंद्र सरकार और कई पीएसयू के कर्मचारियों को कार्यालय नहीं जाने दिया. प्रदेश में भी रेल और सड़क यातायात प्रभावित हुआ.

पंजाब में बंद का खासा असर दिखा, जबकि हरियाणा के कुछ हिस्सों में बंद ने अपना असर दिखाया.

लुधियाना, फगवाड़ा और जालंधर से आईं खबरों में कहा गया है कि बंद के कारण दुकानें, व्यावसायिक प्रतिष्ठान और स्कूल बंद रहे.

हरियाणा में बंद का मिला-जुला असर रहा. प्रदेश में विपक्षी दल इनेलो, भाकपा और माकपा बंद में शामिल हैं.

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गुजरात में बंद का काफी असर रहा. सूरत में कई स्थानों पर पथराव की घटनाएं हुईं, जबकि इसके अलावा अन्य स्थानों पर बंद शांतिपूर्ण रहा. शहरों में सार्वजनिक परिवहन के साधन सड़कों पर दिखाई नहीं दे रहे.

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