नक्सलियों द्वारा आठ दिनों पहले अगवा किए गए मलकानगिरि के कलेक्टर की रिहाई के बारे में अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. इससे पहले ऐसी खबरें आ रही थीं कि डीएम रिहा हो चुके हैं. वैसे नक्सलियों की सभी मांगों को उड़ीसा सरकार स्वीकार कर चुकी है.
नक्सलियों द्वारा चुने गए तीन में से एक वार्ताकार प्रोफेसर जी. हरगोपाल ने राज्य सरकार के साथ तीन दिनों से चली आ रही वार्ता के खत्म होने पर कहा था कि मलकानगिरि के कलेक्टर और जूनियर इंजीनियर को 48 घंटों के भीतर रिहा कर दिया जाएगा.
राज्य के गृह सचिव यू. एन. बेहरा ने भी शाम में ही कलेक्टर की रिहाई के संकेत दे दिए थे. उन्होंने कहा था कि छह दिनों से चला आ रहा बंधक संकट हल कर लिया गया है. जल्दी ही कृष्णा को नक्सली रिहा कर देंगे.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गंती प्रसादम और शीर्ष नक्सली नेता रामाकृष्णा की पत्नी पद्मा सहित पांच माओवादियों के खिलाफ मामले वापस लेने के लिए उचित प्रक्रिया का पालन करने पर सहमत हो गई थी.