द्रमुक प्रमुख एम करुणानिधि ने कहा है कि अगर पूर्व दूरसंचार मंत्री ए. राजा 2-जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में दोषी पाये जाते हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
तमिलनाड़ु के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अगर राजा दोषी पाये जाते हैं, तो हम बेहिचक कार्रवाई करेंगे.’’ सीबीआई ने नई दिल्ली और तमिलनाड़ु में मंगलवार को राजा, उनके करीबी लोगों तथा रिश्तेदारों के आवास पर छापे मारे हैं.
जांच के लिये संयुक्त संसदीय समिति का गठन किये जाने के बारे में पूछे जाने पर करुणानिधि ने कहा कि वे तभी इसका पक्ष लेंगे, जब इसकी जांच के दायरे में भाजपा के नेतृत्व वाले राजग के शासनकाल को भी शामिल किया जायेगा, जब स्पेक्ट्रम आवंटन ‘पहले आओ-पहले पाओ’ के आधार पर हुआ था. उन्होंने कहा कि वे उच्चतम न्यायालय की इस टिप्पणी का समर्थन करते हैं कि 2-जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले की जांच में वर्ष 2001 और उसके बाद की अवधि भी शामिल है, जब राजग सत्ता में था.{mospagebreak}
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने घोटाले को लेकर कांग्रेस को ‘ब्लैकमेल’ किया है, जैसा उनकी धुर प्रतिद्वंद्वी अन्नाद्रमुक प्रमुख जयललिता ने आरोप लगाया है, करुणानिधि ने कहा, ‘‘मैं कभी दूसरों की तरह ब्लैकमेलिंग नहीं करता.’’ जब से राजा पर स्पेक्ट्रम घोटाले के आरोप लगे हैं, करुणानिधि उनका पुरजोर तरीके से बचाव कर रहे हैं. उन्होंने राजा का समर्थन करने के लिये बार-बार ‘दलित कार्ड’ खेला है.
करुणानिधि ने पहली बार कहा कि पूर्व मंत्री अगर किसी गलत कृत्य के दोषी पाये जाते हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. बहरहाल, उन्होंने द्रमुक के ‘दलित चेहरे’ का बचाव जारी रखते हुए कहा कि राजा को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि उनके पास ‘पवित्र धागा’ नहीं है. ‘पवित्र धागे’ से करुणानिधि के संकेत राजा के ब्राह्मण नहीं होने से थे.