लालकृष्ण आडवाणी ने नितिन गडकरी के बचाव में उतरते हुए दावा किया कि उन पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप गलत साबित हो चुके हैं. उन्होंने कांग्रेस नीत यूपीए सरकार को आगाह किया कि वह अपने दागों को छिपाने के लिए बीजेपी अध्यक्ष के खिलाफ जांच में ‘राजनीतिक शत्रुता’ का इस्तेमाल नहीं करे.
अपने मामलों से पल्ला झाड़ने की कोशिश
बीजेपी मुख्यालय की ओर से जारी आडवाणी के बयान में कहा गया, ‘सत्तारूढ़ यूपीए पर भ्रष्टाचार के भारी आरोपों संबंधी मीडिया की रिपोर्ट से राजनीतिक वर्ग का सिर शर्म से झुक गया है. लेकिन यूपीए माफ नहीं किए जा सकने वाले अपने आरोपों से बचने के प्रयास में सारे राजनीतिक वर्ग को एक ही रंग से रंग देना चाहती है.’
बीजेपी को होना चाहिए औरों से अलग
आडवाणी ने कहा कि इस प्रयास के अंतर्गत ही विपक्षी नेताओं पर अनियमितताएं बरतने के आरोप लगाए जा रहे हैं और बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर लगे आरोप इसका हिस्सा हैं. आडवाणी ने आरोप लगाया कि यह प्रयास सत्तारूढ़ यूपीए पर लगे अभूतपूर्व आरोपों को बेअसर करने के लिए किया जा रहा है. ‘लेकिन मेरा मानना है कि बीजेपी को औरों से अलग होना चाहिए और उसे आरोपों, चाहे वे किसी भी पैमाने या प्रकृति के हों, उनसे उपर होने का दावा नहीं करना चाहिए.’
सत्ता के दुरुपयोग का मामला नहीं
गडकरी के बचाव में उन्होंने कहा, भूमि को लेकर अनियमितताएं बरतने संबंधी भाजपा अध्यक्ष पर लगे आरोप खुद मीडिया की रिपोर्ट से ही गलत साबित हो चुके हैं. इसके बाद अपने कारोबार में निवेश के संबंध में मीडिया द्वारा उठाए गए सवालों पर भी गडकरी ने कंपनी मामलों के विभाग से जांच कराने की बात कहकर अपने को पाक साफ साबित कर दिया है. आडवाणी ने कहा कि गडकरी की यह पेशकश बीजेपी के आचरण का फर्क दर्शाती है. उन्होंने साथ ही कहा कि गडकरी पर जो आरोप हैं वे कारोबार के मानदंडों को लेकर हैं ना कि सत्ता के दुरुपयोग या भ्रष्टाचार के.
गडकरी को दी बधाई
बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि सरकार ने भी कहा है कि वह गडकरी पर लगे आरोपों की जाचं कराएगी. उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि सरकार निष्पक्ष ढंग से जांच कराएगी और बीजेपी को कोई रंग देने के लिए राजनीतिक शत्रुता का प्रयोग नहीं करेगी.’ खुद ही जांच की पेशकश किए जाने के लिए उन्होंने गडकरी को बधाई दी.