पाकिस्तान के बर्खास्त एकदिवसीय कप्तान शाहिद अफरीदी ने क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के खिलाफ सिंध उच्च न्यायालय में दायर मुकदमा वापस ले लिया है. यह बोर्ड के साथ मौजूदा विवाद सुलझाने के लिए पीसीबी के साथ हुए उनके कथित समझौते का हिस्सा है.
अफरीदी के वकील महमूद मांडवीवाला इस आलराउंडर की तरफ से उच्च न्यायालय की दो सदस्यीय पीठ के समक्ष पेश हुए. वकील ने बोर्ड और उसकी अनुशासनात्मक कार्रवाई के खिलाफ दायर इस आलराउंडर की याचिका वापस ले ली.
मांडवीवाला ने अदालत परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘पीठ ने हमारी बातें सुनने के बाद हमें याचिका वापस लेने की स्वीकृति दे दी. हमें उम्मीद है कि अफरीदी को उसकी शिकायतों पर बोर्ड की तरफ से हल मिल जाएगा.’ अफरीदी ने पीसीबी अध्यक्ष एजाज बट के साथ इस्लामाबाद में बैठक के एक दिन बाद अपनी याचिका वापस ली.
बट के साथ अफरीदी की बैठक एक प्रभावशाली सरकारी अधिकारी की मौजूदगी में हुई थी जिसमें दोनों ने मौजूदा विवाद पर चर्चा की. यह आलराउंडर जियो सुपर स्पोर्ट्स चैनल को दोबारा लांच करने के मौके पर हुए सार्वजनिक समारोह में मौजूदा था लेकिन उन्होंने बट के साथ बैठक पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया.
अफरीदी ने कहा, ‘यह काफी सकारात्मक बैठक रही और उम्मीद करता हूं कि अब सभी मुद्दे का हल निकल जाएगा.’ सूत्रों के मुताबिक बोर्ड के साथ समझौते के तहत अफरीदी लाहौर में बोर्ड की अनुशासन समिति के समझ पेश होगा और बोर्ड की आचार संहिता के उल्लंघन के लिए माफी मांग लेगा.
इसके जवाब में बोर्ड की समिति के इस आलराउंडर पर जुर्माना लगाने की संभावना है और साथ ही उसे लुभावनी विदेशी लीगों में खेलने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘हम अदालत में नहीं जाना चाहते थे लेकिन हमें बाध्य किया गया. अब मैं उम्मीद करता हूं कि अफरीदी को एनओसी मिल जाएगा और वह इंग्लैंड तथा श्रीलंका में खेल पाएगा.’