जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने विश्वास जताया कि उनकी सरकार के कार्यकाल के दौरान ही विवादास्पद सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (आफस्पा) को राज्य से वापस ले लिया जाएगा और वह दिन दूर नहीं है.
बख्शी स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा, ‘मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि आफस्पा को इस सरकार के कार्यकाल के दौरान ही वापस लिया जाएगा और वह दिन दूर नहीं है.’ उमर ने कहा कि रक्षा मंत्रालय और सेना के साथ चर्चा जारी है.
उन्होंने कहा, ‘मैं आश्वस्त हूं कि राज्य विधानसभा के पटल पर दिया गया आश्वासन कि आफस्पा को वापस लेने की दिशा में हुई प्रगति मेरे ही कार्यकाल के दौरान हकीकत का रूप लेना शुरू करेगी.’ मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे वापस लेने पर जहां विभिन्न हिस्सेदारों के साथ बातचीत जारी है, वहीं सौहार्दपूर्ण समाधान पर पहुंचना अभी बाकी है.
उन्होंने कहा, ‘हम उस स्थिति पर पहुंचना चाहते हैं जहां से राज्य के कुछ इलाकों से आफस्पा को वापस लिया जा सके लेकिन दुर्भाग्य से हम उस स्थान पर अब तक नहीं पहुंच सके हैं और मैं उसके विवरण में नहीं जाना चाहूंगा.’ उमर ने कहा, ‘हाल में रक्षा मंत्री (ए के एंटनी) और सेना के शीर्ष अधिकारी राज्य में आए थे. उस मुद्दे पर चर्चा जारी है.’