विषाणु के संक्रमण से ग्रस्त होने के बाद पुणे के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराए गए अन्ना हजारे के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है लेकिन चिकित्सकों ने कहा कि उन्हें एक हफ्ते तक अस्पताल में रहने की जरूरत है और उन्हें कम से कम अगले एक महीने तक अनशन पर नहीं बैठना चाहिए.
इस बीच अन्ना हजारे के निजी सचिव सुरेश पठारे ने भी ट्वीट करके अन्ना हजारे की तबीयत में सुधाने होने कही है. सुरेश ने ट्वीट किया कि अन्ना को दो दिनों से बुखार नहीं है.
डॉ पराग संचेती ने कहा, ‘अन्ना को ब्रोंकाइटिस है और अस्पताल में भर्ती किए जाने के बाद उनकी तबियत में सुधार हो रहा है.’ उनका इलाज कर रहे डा चेतन पुरम ने कहा कि हजारे को एक सप्ताह तक पूर्ण आराम करने की सलाह दी गयी है. उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वह अस्पताल में हजारे को परेशान नहीं करें.
हजारे (74) को शनिवार रात को संचेती अस्पताल में भर्ती कराया गया था और चिकित्सकों का एक दल उनके स्वास्थ्य की निगरानी कर रहा है.
सामाजिक कार्यकर्ता के स्वास्थ्य की जांच करने के बाद चिकित्सकों ने बताया कि उन्होंने हजारे को कम से कम एक महीने तक अनशन पर नहीं बैठने को कहा है.
उनकी देखरेख करने वाले एक चिकित्सक ने कहा, ‘एक और महीने तक उन्हें अनशन पर नहीं बैठना चाहिए. यदि हालत खराब होती है तो मुश्किल होगी. पांच दिनों में हम उन्हें एंटीबायोटिक देना बंद कर देंगे और हम इसके बाद और अधिक सुधार की उम्मीद करते हैं.’
चिकित्सक ने यह भी कहा कि हजारे को अभी पूरी तरह से आराम करने की जरूरत है और उनके सहयोगियों को चाहिए कि वे उन्हें तंग ना करें.