जापान में भूकंप और सुनामी के कारण मची तबाही के बाद अब परमाणु खतरे को देखते हुए विदेशी नागरिक इस संकटग्रस्त देश से जल्द से जल्द निकलने का प्रयास कर रहे हैं. दूसरी तरफ इन खतरों का असर विमानन सेवाओं पर भी पड़ रहा है.
चीन की विमानन सेवा एयर चाइना और ताइवान की विमानन सेवा ईवीए एयरवेज ने जापान जाने वाली अपनी सेवाओं में कटौती कर दी है. दूसरी तरफ मलेशिया रेडियोधर्मिता के खतरे को देखते हुए जापान से आनेवाले यात्रियों की जांच कर रहा है.
ईवीए के एक प्रवक्ता ने कहा कि विमानन सेवा ने मार्च के अंत तक ताइवान से तोक्यो जानेवाली 14 सेवाओं को रद्द कर दिया है. इसके अलावा सापोरो जानेवाली पांच सेवाओं को भी रद्द कर दिया गया है.
दक्षिण कोरिया ने कहा है कि वह भी ऐसे ही किसी कदम पर विचार कर रहा है. दूसरी तरफ थाई एयरवेज ने अपने चालक दल के सदस्यों से कहा है कि वे रेडियोधर्मिता के खतरे से बचने के लिए रात्रि में जापान में न रकें.
एआई के प्रवक्ता के स्वामीनाथन ने कहा ‘एयर इंडिया जापान जानेवाली सेवाओं का संचालन कर रही है. हमें अभी तक सरकार से इस बारे में कोई निर्देश नहीं मिला है कि जापान से आनेवाले यात्रियों की जांच की जाए.