एयर इंडिया के पायलटों ने अपनी मांग न पूरी होने पर फिर आंदोलन शुरू करने की धमकी दी जिसके तहत वे हड़ताल भी कर सकते हैं. ये पायलट वेतन समानता और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर पहले भी आंदोलन की राह अपना चुके हैं तथा गत मई में हड़ताल कर चुके हैं.
भारतीय वाणिज्यिक पायलट संघ (आईसीपीए) के बैनर तले इन पायलटों का कहना है कि इन मुद्दों पर इस महीने के आखिर तक बातचीत शुरू नहीं हुई तो वे फिर से आंदोलन करेंगे.
आईसीपीए ने कहा है कि पिछे दो महीने से नागर विमानन मंत्री वायलार रवि के साथ मिलने का समय मांगने के लिए भेजे पत्रों का पिछले दो महीने में मंत्रालय ने कोई जवाब नहीं किया है और यदि 30 नवंबर से पहले हमारी समस्या पर बातचीत शुरू नहीं हुई तो पायलट आंदोलन पर विचार करेंगे. इसमें हड़ताल का विकल्प भी शामिल होगा.
आईसीपीए के सूत्रों ने कहा कि पिछले चार महीने से उत्पादकता से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) का भुगतान नहीं किया गया है. वेतन समानता, उड़ान भत्ता और अन्य भत्ते को अब तक निपटाया नहीं गया है. ऐसा हालात के कारण भारी संख्या में पायलट एयर इंडिया छोड़कर जा रहे हैं और यह विमानन कंपनी के लिए नुकसानदेह है.
आईसीपीए के महासचिव कैप्टन रिषभ कपूर ने कहा, ‘हम सितंबर से उनसे (रवि से) मिलने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन अब तक मिलने का समय नहीं मिला है. पिछली हड़ताल के दौरान सरकार ने लिखित रूप से आश्वस्त किया था कि इस मामले को नवंबर तक सुलझा लिया जाएगा. अब तक कुछ भी नहीं किया गया है.’
आईसीपीए ने नागर विमानन मंत्री को 23 सितंबर और सात अक्टूबर को दो पत्र लिखे हैं जिसमें वेतन समानता और अनियमिततओं जैसे मुद्दों पर बातचीत के लिए समय मांगा गया था.
कपूर ने कहा, ‘मंत्रालय से जवाब न मिलने से संकेत मिलता है छह महीने पहले हड़ताल वापस लेने के समय जो बात कही गई थी उसके प्रति वह गंभीर नहीं है.’