दिल्ली की एक अदालत ने पूर्व एयर होस्टेस गीतिका शर्मा आत्महत्या मामले की एक आरोपी अरूणा चड्ढा की हिरासत की अवधि आज और तीन दिन बढा दी. मामले में एक अन्य आरोपी हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा अभी भी फरार हैं.
अतिरिक्त लोक अभियोजक राजीव मोहन ने कहा, ‘हमें पता चला है कि जब से कांडा फरार हैं तब से उनकी कंपनी (एमडीएलआर) के रिकार्ड नष्ट करने के प्रयास किये जा रहे हैं. इसलिये हमें अरूणा की मदद से उन्हें जल्दी से जल्दी प्राप्त करना है.’ अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट डी के जंगला ने अरूणा की हिरासत की अवधि बढाते हुए जांच एजेन्सी को निर्देश दिया कि वह उसे तय समय के अंदर हिरासत में रख कर जांच पूरी करे.
पुलिस ने यह भी बताया कि जनवरी 2011 में जब गीतिका ने एमडीएलआर समूह में एक निदेशक के तौर पर काम शुरू किया था तब उसे हर शाम कंपनी के प्रबंध निदेशक (कांडा) को रिपोर्ट करने को कहा गया था.
उन्होंने कहा कि गीतिका को कंपनी के निदेशक के तौर पर नियुक्त किया गया था लेकिन उसकी कंपनी में कोई हिस्सेदारी नहीं थी और उसकी सेवा शर्तो में एक शर्त यह थी कि हर शाम वह कंपनी के प्रबंध निदेशक को रिपोर्ट करे. पुलिस ने कहा कि अरूणा के जरिये ही कंपनी के रिकार्ड प्राप्त किये जा सकते हैं क्योंकि कांडा फरार हैं.
एमडीएलआर की पूर्व विमान परिचारिका गीतिका (23) ने अपनी आत्महत्या से पूर्व लिखे नोट में आरोप लगाया था कि कांडा और अरूणा की प्रताडना से तंग आकर वह आत्महत्या कर रही है. कांडा और अरूणा दोनों ने इन आरोपों से इंकार किया है.
जांच एजेन्सी ने कहा कि उसे एमडीएलआर समूह की सनडेल एजुकेशन सोसायटी के रिकार्ड मिल गये हैं. गीतिका इसकी अध्यक्ष और अरूणा सचिव थी. उसे एकेजी इन्फ्राबिल्ड सोसायटी के रिकार्ड भी मिले हैं जिसमें गीतिका उपाध्यक्ष थी. इसमें अरूणा निदेशक थी. जांच एजेन्सी ने कहा कि उसे रजिस्ट्रार आफ सोसायटीज से कंपनी से संबन्धित दस्तावेज लेकर अरूणा से इस बारे में पूछताछ करनी है. इसके अलावा गीतिका के लैपटाप से भी पूरी सामग्री अभी प्राप्त करनी है.
अदालत को यह भी बताया गया कि उस ईमेल की सचाई जानने के लिये विदेश मंत्रालय को भी लिखा गया है जो कथित तौर पर दुबई के अधिकारियों ने गीतिका के प्रत्यर्पण के बारे में भारतीय वाणिज्य दूतावास को भेजा था.
अरूणा के वकील बी एस राणा ने हिरासत की अवधि बढाये जाने का विरोध करते हुए कहा कि पुलिस कांडा तक पहुंचने के लिये उनके मुवक्किल की हिरासत मांग रही है. लेकिन उनकी मुवक्किल इसमें क्या सहायता कर सकती है.
अरूणा को गत आठ अगस्त को पूछताछ के लिये बुलाने के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.