पाकिस्तानी सुरक्षाबलों द्वारा गिरफ्तार अबु शोहैब अल मक्की अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन और उसके सहयोगी अयमन अल जवाहिरी का प्रमुख संदेशवाहक (कूरियर) था.
पाकिस्तानी सेना ने कल घोषणा की कि मुहम्मद अली कासिम याकूब उर्फ अबु शोहैब अल-मक्की को सुरक्षाबलों ने कराची में गिरफ्तार किया है. पाकिस्तानी सेना ने उसे अलकायदा का वरिष्ठ कार्यकर्ता बताया.
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि याकूब अमेरिकी अभियान में मारे गए लादेन और अल जवाहिरी के प्रमुख संदेशवाहकों में से एक था.
उसे चार मई को कराची के गुलशन-ए-इकबाल इलाके में गिरफ्तार किया गया था. अधिकारियों के अनुसार उससे एक सेटेलाइट फोन और कई अन्य उपकरण मिले जिससे क्षेत्र में अलकायदा की गतिविधियों के बारे में नयी जानकारी सामने आयी है.
वह संगठन के लिए नए सदस्यों की भर्ती से भी जुड़ा हुआ था और इस वजह से वह अक्सर बाहर की यात्रा करता था.
गिरफ्तारी से बचने के लिए वह पाकिस्तान के विभिन्न शहरों में रहता था. ऐबटाबाद के अलावा फैसलाबाद, पेशावर, कराची में भी उसके रहने की बात सामने आयी है.
अधिकारियों के अनुसार याकूब पाकिस्तान में सउदी अरब से जुड़े प्रतिष्ठानों पर हमले में शामिल था. इसके अलावा उसने लादेन की मौत के बाद बदले की कार्रवाई के तहत हमले करने का आदेश दिया था. पाकिस्तानी सेना के बयान के अनुसार याकूब पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर सीधे अलकायदा के नेताओं के अधीन काम करता था.
सेना के अनुसार उसकी गिरफ्तारी से क्षेत्र में अल कायदा के नेटवर्क के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की संभावना है.
राजनयिक सूत्रों का कहना है कि यह कहना अभी जल्दीबाजी होगी कि लादेन के मारे जाने के बाद पाकिस्तानी अधिकारियों ने अलकायदा के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है. उल्लेखनीय है कि लादेन के खिलाफ अमेरिकी अभियान ने पाकिस्तानी सेना और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई को शर्मसार कर दिया था.
कुछ पर्यवेक्षकों के अनुसार मुंबई आतंकी हमलों के बाद पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने जमात-उद-दावा के खिलाफ कार्रवाई शुरू की दी थी और उसके 100 से अधिक नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर उसके दर्जनों कार्यालयों को सील कर दिया था. लेकिन कुछ महीनों में ही अधिकतर कार्यकर्ता रिहा कर दिए गए और कार्यालय भी खुल गए.
करीब 40 वर्षीय याकूब के बारे में कहा गया है कि वह अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ पिछले कुछ समय से कराची में रह रहा था. मीडिया खबरों के अनुसार उसने संगठन के कुछ अन्य सदस्यों के बारे में भी जानकारी मुहैया करायी है.
पश्तो और उर्दू भाषा के जानकार याकूब के बारे में कहा गया है कि उसने अलकायदा नेताओं को पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच यात्रा करने में मदद पहुंचायी.
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि अमेरिका की किसी वांछित सूची में उसका नाम नहीं है.