सुरक्षा बलों के साथ दो दिनों तक चली भीषण मुठभेड़ के बाद 200 से अधिक संदिग्ध अलकायदा आतंकवादियों ने दक्षिणी यमन के जिंजीबार शहर पर कब्जा कर लिया है. इस मुठभेड़ में 16 लोग मारे गए थे.
एक अधिकारी ने बताया कि यमन के विपक्ष ने आरोप लगाया है कि मुश्किलों में घिरे राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह ने जानबूझकर अबयान प्रांत की राजधानी जिंजीबार पर आतंकवादियों का कब्जा होने दिया ताकि वह अल कायदा का डर दिखा सकें और अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटा सकें.
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सुरक्षा अधिकारी ने बताया, ‘संदिग्ध अलकायदा लड़ाके शहर के जिंजीबार इलाके में कब्जा कर लिया. उन्होंने सभी सरकारी प्रतिष्ठानों पर कब्जा कर लिया है.’ आतंकवादियों का 25वें मेकैनाइज्ड ब्रिगेड के मुख्यालय पर कब्जा नहीं है. आतंकवादियों ने हालांकि मुख्यालय को घेर रखा है.
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि शुक्रवार और शनिवार को शहर में भीषण मुठभेड़ हुई और आतंकवादियों ने जिंजीबार के मुख्य कारागार से दर्जनों कैदियों को मुक्त कर दिया था.
इस घटना के बाद दर्जनों परिवार अदन की ओर भाग गए हैं. ऐसे ही लोगों में से एक नजीर अहमद ने बताया कि वह इसलिए भाग गया क्योंकि शहर पर बंदूकधारियों का कब्जा है, जो खुद को अलकायदा से संबद्ध बता रहे हैं.