अपने नेता ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के दो माह से अधिक समय बाद आतंकवाद विरोधी अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन अल कायदा ढहने के कगार पर है.
वाशिंगटन पोस्ट ने अधिकारियों के हवाले से लिखा है, ‘अमेरिकी आतंकवाद विरोधी अधिकारियों के मन में तेजी से यह धारणा बन रही है कि लादेन का मारा जाना और सीआईए के ड्रोन हमलों में सात साल में मारे गए आतंकवादियों के बाद अल कायदा ढहने के कगार पर पहुंच गया है.’
दैनिक में लिखा है, ‘सीआईए अधिकारियों तथा अन्य एजेंसियों के बीच यह धारणा मजबूत हो रही है कि कुछ और छोटे झटकों की जरूरत है और इसके बाद 11 सितंबर के आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन इतिहास की बात हो जाएगा.’
दैनिक के अनुसार, अधिकारियों का कहना है कि संभावना है कि अल कायदा अभी भी पांव पसार रहा हो और इसके खात्मे से आतंकवाद की चुनौती का खात्मा नहीं होगा क्योंकि इसका संचालन कट्टरपंथी लोग और उससे जुड़े आक्रामक संगठन कर रहे हैं.’
भावी रक्षा मंत्री लियोन ई पेनेटा ने हाल ही में अपनी अफगानिस्तान यात्रा के दौरान घोषणा की थी कि अमेरिका रणनीतिक रूप से अल कायदा को परास्त करने के करीब है और वरिष्ठ सीआईए अधिकारियों ने भी कैपिटल हिल में बंद कमरे में हुई बैठक में गोपनीय खुफिया रिपोर्टों में ऐसे ही विचार व्यक्त किए थे.
वाशिंगटन पोस्ट ने लिखा है, ‘अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि बिन लादेन की मौत एक महत्वपूर्ण मोड़ है क्योंकि वह न केवल पूरे तंत्र का प्रबंधन करने और उसके केन्द्रित रखने में सक्रिय था बल्कि अल कायदा ब्रांड के लिए उसका नाम एक करिश्मे की तरह काम करता था.’
अधिकारियों ने ड्रोन हमलों में आतंकवादियों के मारे जाने का भी जिक्र किया है. न्यू अमेरिका फाउंडेशन द्वारा दर्ज किए गए आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2004 से सीआईए के ड्रोन हमलों में कम से कम 1200 आतंकवादी मारे जा चुके हैं.