स्वतंत्रता दिवस समारोहों से ठीक पहले केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को राजधानी दिल्ली समेत कई बड़े शहरों में आतंकवादियों द्वारा मानव बम सहित विमान अपहरण कर आत्मघाती हमले करने के खतरों के बारे में अनेक ‘अपुष्ट’ सूचनायें मिली है.
इस तरह की ज्यादातर सूचनायें असम से आ रही हैं जहां बोडो और प्रवासियों के बीच संघर्ष में 77 लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन कोई भी कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं.
इससे पहले खुफिया ब्यूरो इस तरह के सूचनाओं की पुष्टि की प्रतीक्षा करता था. अब गृह मंत्रालय ने फैसला किया है कि आईबी सभी सूचनाओं की प्रमाणिकता पर विचार किये बिना उसके बारे में राज्यों और अन्य एजेंसियों को बताएगा.
अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इन अपुष्ट सूचनाओं में से एक गुवाहाटी से मिली है जिसमें कहा गया है कि लश्करे तैयबा के आतंकवादी देश के उत्तरी हिस्से से एक विमान का अपहरण कर सकते हैं. केंद्रीय एजेंसियां इसे पूरे परिप्रेक्ष्य के साथ जोड़ नहीं पाई और यह एक ‘सूत्र’ की अस्पष्ट सूचना थी.
जम्मू कश्मीर पुलिस, आईबी और केंद्रीय एजेंसियों ने सच्चाई का पता लगाने के बाद इन खतरों को ‘नकारात्मक’ दर्जे का बताया और अब भी इस तरह की सूचनायें मिल रही हैं. अधिकारियों ने कहा कि एक पश्चिमी तटीय राज्य को आतंकवादी गुटों के हमले की चेतावनी दी गई थी जिनके सदस्य हमले करने के लिये आये हैं. उन्होंने कहा कि इस ‘अपुष्ट’ सूचना को संबंधित राज्य को दे दी गई है.
राजधानी दिल्ली में जहां प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडा फहरायेंगे और देश को संबोधित करेंगे, पुलिस ने पहले ही इलाके को सुरक्षित करने के लिये सामान्य अभ्यास शुरू कर दिये हैं. लॉज, होटल इत्यादि ठहरने की सभी जगहों की जांच की जा रही है. दिल्ली के प्रवेश और प्रस्थान वाले स्थानों पर कड़ी निगरानी की जा रही है.
आईबी के पूर्व प्रमुख एके डोभाल ने कहा, ‘इन दिनों के दौरान जो भी सूचनायें मिलती हैं, उसे तुरंत साझा किया जाता है जबकि जासूस बाद में इस सूचना की पुष्टि करते हैं और उसके बाद उसे सकारात्मक या नकारात्मक का दर्जा देते हैं.’