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केजरीवाल के सारे आरोप बेबुनियादः BJP

अरविंद केजरीवाल के नितिन गडकरी पर किसानों की जमीन हड़पने का आरोप लगाने के कुछ ही देर बाद पलटवार करते हुए बीजेपी नेताओं ने दो प्रेस कांफ्रेंस कर इसे सिरे से खारिज करते हुए केजरीवाल और इंडिया अगेंस्ट करप्शन की विश्वसनीयता को ही कठघरे में खड़ा किया है.

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अरविंद केजरीवाल के नितिन गडकरी पर किसानों की जमीन हड़पने का आरोप लगाने के कुछ ही देर बाद पलटवार करते हुए बीजेपी नेताओं ने दो प्रेस कांफ्रेंस कर इसे सिरे से खारिज करते हुए केजरीवाल और इंडिया अगेंस्ट करप्शन की विश्वसनीयता को ही कठघरे में खड़ा किया है.

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बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा मुझे घोटाले में घसीटना सरासर दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि जिस जमीन की बाद हो रही है उसे चेरिटेबल ट्रस्ट को 11 साल पहले लीज पर दिया गया था.

उन्होंने खुद को घोटाले में घसीटे जाने को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा, ‘मैं घोटाले पर चुप हूं, ऐसा नहीं है. मैंने 10 हजार ग्रामीण युवकों को रोजगार देने का काम किया है. मैं सिंचाई के लिए लगातार संघर्ष करता रहा हूं. विदर्भ की सिंचाई समस्या के लिए लड़ता रहा हूं. मुझपर ये सभी आरोप राजनीतिक स्वार्थ के तहत लगाया जा रहा है.’

सुषमा ने भी किया केजरीवाल पर प्रहार
इसके कुछ देर बाद ही बीजेपी की नेता विपक्ष सुषमा स्वराज और अरुण जेटली प्रेस से मुखातिब हुए. सुषमा स्वराज ने अरविंद केजरीवाल के आरोपों को सिरे से खारिज किया. उन्होंने कहा, ‘पिछले कई दिनों से मीडिया में एक माहौल बनाया जा रहा था कि बहुत जल्दी बीजेपी के खिलाफ कोई बड़ा खुलासा किया जाएगा और इस खुलासे के लिए कई तिथियां मुकर्रर की गई.

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खबरों को बम की तरह परोसा जा रहा था कि किसी बीजेपी नेता के खिलाफ केजरीवाल करेंगे खुसाला और हमारा शक सही निकला कि बहुत प्रयत्न करने के बाद भी एक भी आरोप बीजेपी की ओर नहीं लगा. जितनी पार्टियों के नाम उन्हें याद थे उन सब के नाम उन्होंने ले डाले. सभी को कठघरे में खड़ा किया. सिर्फ उन्होंने खुद के लिए वोट नहीं मांगा.’

उन्होंने नितिन गडकरी के अंजलि दमानिया से हुई बातचीत पर टिप्पणी करते हुए कहा कि नितिन गडकरी से कभी अंजलि की बात ही नहीं हुई है.

गौरतलब है कि इंडिया अगेंस्ट करप्शन ने यह खुलासा किया है कि जो जमीन नितिन गडकरी को दी गई वो किसानों की खेत थी जो उनसे अधिग्रहित की गई थी.

सुषमान ने दिया आरोपों का दिया जवाब
सुषमा स्वराज ने कहा कि आईएसी के आरोप गलत हैं क्योंकि वो एक बंजर जमीन थी. वहां नितिन गडकरी ने गन्ना का पौधा उगाया जिसे किसानों को सस्ते दामों पर दिया गया.

सुषमा ने कहा, ‘जिस जमीन की बात हो रही है वहां नितिन जी खेती कर रहे हैं जहां गन्ना उगाई जाती है. वहां गन्ना की सैपलिंग उगा कर नितिन जी मात्र 5 रुपये में किसानों को दे रहे हैं जबकि उसका बाजार मूल्य 13 रुपये है.’

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इसके बाद सुषमा स्वराज ने आईएसी के दूसरे आरोपों का जवाब दिया जिसमें गडकरी पर बांध के पानी को नितिन गडकरी की जमीन की ओर मोड़ने का आरोप लगाया. सुषमा ने कहा, ‘वो जमीन 1983-84 में अधिग्रहण की गई थी. 1996 में उसपर बांध बन गया. IAC का आरोप कि उसपर किसान खेती कर रहे थे बिल्कुल निराधार है. यहां तक कि वहां के किसानों को मुआवजा मिल चुका है. वहां एक बंजर जमीन थी खेती नहीं हो रही थी.’

सुषमा ने बताया, ‘बांध के पानी का नितिन जी के प्लांट को मिलने वाली बात पर हमारा कहना है कि बांध का केवल 0.85 फीसदी पानी ही मिला है. इसलिए केजरीवाल के इस खुलासे से खुद उनपर ही सवाल उठने लगे हैं. इससे उनकी विश्वसनीयता पर ही प्रश्न चिन्ह लगता है.’

जेटली ने IAC की विश्वसनीयता पर उठाया सवाल
अरुण जेटली ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि केजरीवाल भ्रष्टाचार साबित नहीं कर सके क्योंकि गडकरी ने सभी कार्य नियमों के अनुसार किए हैं.

उन्होंने कहा, ‘आज की प्रेस कांफ्रेस मुख्यतः चुनावी स्टंट था. यह पूरी तरह से भ्रष्टाचार को उजागर करने का विफल प्रयास था. भ्रष्टाचार के मामले में कांग्रेस के साथ बीजेपी को खड़ा करना पूरी तरह से निराधार है.’

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जेटली ने आईएसी की विश्वसनीयता पर प्रश्न उठाते हुए कहा, ‘जब कोई संस्था जो खुद को क्रूसेडर कहती है तो खुद उसकी विश्वसनीयता बहुत जरूरी है. आज इंडिया अगेंस्ट करप्शन ने सिविल सोसाइटी वाली अपनी विश्वसनीयता को खत्म कर दिया है. आज उन्होंने ‘हिट मैन’ वाला काम किया जो किसी पर भी प्रहार करता है.’

जेटली ने बताया, ‘नितिन जी के जमीन पर सैंप्लिंग लगाए हैं. यह जमीन 11 साल के लिए लीज पर मिली है. इसमें कोई राजनीतिक षड्यंत्र का कोण ढूंढना गलत है. ये जो आरोप लगाए हैं इनको पूर्ण रूप से भारतीय जनता पार्टी खारिज करती है.’

जेटली ने कहा, ‘उनका ये आरोप कि वहां किसान खेती कर रहे थे यह सरासर गलत है. जमीन का कुछ हिस्सा बंजर है. वहां खेती बंद है. किसानों की बेहतरी के लिए अगर सरकार किसी जमीन को पावर प्लांट को देती हैं तो इसमें कोई गलत या गैरकानूनी बात नहीं है. देश की सभी जमीनें जहां आज कोई इमारत खड़ी है वहां कभी न कभी खेती होती थी.’

कुल मिलाकर बीजेपी ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष में पूरा विश्वास जताया है और केजरीवाल के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया.

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