मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक मुखौटा करार देते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने दावा किया कि भाजपा के अनुषांगिक संगठन परदे के पीछे से सरकार चला रहे हैं.
भूरिया ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि मुख्यमंत्री मात्र एक मुखौटा हैं और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल और सेवा भारती जैसे संगठन परदे के पीछे से सरकार चला रहे हैं.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री के कथित आदिवासी प्रेम और वनवासी सम्मान यात्रा को एक नौटंकी करार देते हुए उनसे सात सवाल पूछे हैं.
इन सवालों में प्रदेश के आदिवासियों पर अत्याचार के मामले में पहले नंबर पर होने, केन्द्र द्वारा आदिवासी कल्याण के लिये दी गयी राशि का पूर्ण उपयोग नहीं होने, वनाधिकार कानून के तहत आदिवासियों को पट्टे नहीं दिये जाने, सर्वाधिक पट्टे निरस्त करने तथा वनवासियों को वनोपज का लाभ नहीं मिलने आदि का जिक्र किया गया है.
भूरिया ने भाजपा सरकार पर किसानों के साथ वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि उसने किसानों से वादा किया था कि यदि वह सत्ता में आ गयी तो किसानों के 50 हजार रुपये तक के कर्ज माफ कर दिये जायेंगे, लेकिन इसे आज तक पूरा नहीं किया गया है.
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा जबसे प्रदेश में सत्ता में आयी है तब से सैकडों एकड भूमि उसने अपने और अपनी संस्थाओं के लिये हथिया ली है अथवा अपने चहेतों को दे दी है. भाजपा ने अधिकांश जिलों में पार्टी कार्यालयों के लिये जमीने हथियाने के साथ ही सरस्वती शिशु मंदिरों और संघ से जुडे संस्थानों को या तो मुफ्त में दी हैं या कौड़ियों के मोल बेशकीमती जमीन दे दी है.
भूरिया ने कहा कि एक और तो प्रदेश सरकार, केन्द्र सरकार पर भेदभाव करने का आरोप लगा रही है तो दूसरी और उनके विभाग केन्द्रीय राशि का भरपूर उपयोग नहीं कर पा रहे हैं और हजारों करोड़ रुपये की राशि वापस हो रही है.
भूरिया ने दावा किया कि वह कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और सभी वरिष्ठ नेताओं के साथ मिलकर भाजपा सरकार का असली चेहरा बेनकाब कर वर्ष 2013 में कांग्रेस की सरकार बनाकर रहेंगे.