दिल्ली पुलिस कैश फॉर वोट कांड में अमर सिंह और अशोक अर्गल समेत 5 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है. सुधींद्र कुलकर्णी, फग्गन सिंह कुलिस्ते और महावीर का भी नाम चार्जशीट में है.
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गौरतलब है कि 5 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने ‘बेमन से जांच’ पर दिल्ली पुलिस को कस कर फटकार लगाई थी और उससे जांच को तार्किक परिणति तक ले जाने एवं तीन हफ्तों में अंतिम रिपोर्ट दाखिल करने को कहा था.
न्यायमूर्ति आफताब आलम और न्यायमूर्ति आर. एम. लोढा की खंडपीठ ने इसपर अफसोस जताया था कि ‘सबसे घटिया किस्म’ के एक बिचौलिए को संसदीय कार्यवाही को पटरी से उतारने की इजाजत दी गई. खंडपीठ ने 2008 के इस घोटाले में किसी भी राजनीतिक नेता का हाथ नहीं होने का दावा करने वाली दिल्ली पुलिस की प्राथमिक रिपोर्ट के अध्ययन के बाद कहा था, ‘यह आपका (दिल्ली पुलिस) बेमन का प्रयास है. आपको इसे अवश्य ही तार्किक परिणति तक ले जाना चाहिए.’
अदालत ने 40 दिन की मोहलत देने का दिल्ली पुलिस का आग्रह ठुकराते हुए कहा था कि वह तीन हफ्तों के अंदर अपनी अंतिम रिपोर्ट दाखिल कर दे. उच्चतम न्यायालय ने अफसोस जताया था कि एक बिचौलिए को संसदीय कार्यवाहियों में दखलअंदाजी करने की इजाजत दी गई.
दिल्ली पुलिस ने नोट के बदले वोट घोटाले की जांच पर उच्चतम न्यायालय में एक स्थिति पत्र दाखिल किया था. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने सुहैल हिंदुस्तानी और संजीव सक्सेना को गिरफ्तार किया है और सांसद अमर सिंह, अशोक अर्गल और रेवती रमण सिंह से पूछताछ की. रिपोर्ट एक मुहरबंद लिफाफे में दाखिल की गई. उच्चतम न्यायालय ने 15 जुलाई को जांच को लेकर दिल्ली पुलिस के रवैये पर नाखुशी जताई थी. इसके बाद दिल्ली पुलिस हरकत में आई.