समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता अमर सिंह ने कहा कि उन्होंने विवादास्पद फोन टेप के प्रसारण या प्रकाशन पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट से कभी अनुरोध ही नहीं किया था. सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को अपने फैसले में अमर सिंह से जुड़े 2006 के टेप के प्रसारण या प्रकाशन पर लगी रोक हटा दी थी.
अमर सिंह ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में सुप्रीम कोर्ट के ताजा फैसले का ‘सम्मान’ करने का दावा किया लेकिन साथ ही इतना जरूर कहा कि यह बात उनके समझ से बाहर है कि किस तरह सुप्रीम कोर्ट का एक जज इस टेप के प्रसारण पर रोक का आदेश देता है और कुछ दिनों के बाद दूसरा जज इस पर लगी रोक हटाने का आदेश दे देता है.
अमर सिंह ने इस दौरान शांति भूषण और प्रशांत भूषण को भी लपेटे में लेने की कोशिश की. पूर्व सपा नेता ने दावा किया कि शांति भूषण और प्रशांत भूषण की सीडी में उन दोनों की ही आवाज है जबकि मेरे टेप के साथ छेड़छाड़ की गई है.