फोर्ब्स द्वारा भारतीय अमीरों की सूची का प्रकाशन शुरू होने के बाद से अंबानी भाइयों की ‘अमीरी’ में कई गुना का इजाफा हो चुका है. इस समय मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी की कुल परिसंपत्तियां 40 अरब डॉलर पर पहुंच चुकी हैं.
फोर्ब्स इंडिया ने 2004 में पहली बार देश के 40 सबसे अमीर लोगों की सूची का प्रकाशन किया था. उस समय रिलायंस साम्राज्य का विभाजन नहीं हुआ था और दोनों भाइयों की कुल परिसंपत्तियां 6. 4 अरब डॉलर थीं. पर इन छह साल में अंबानी भाइयों की परिसंपत्तियां लगभग छह गुना होकर 40. 3 अरब डॉलर पर पहुंच गई हैं. 2004 में 13 अरबपतियों में अंबानी भाई तीसरे स्थान पर थे.
फोर्ब्स द्वारा भारतीय अमीरों की सूची का प्रकाशन शुरू किए जाने के एक साल बाद अंबानी भाई अलग हो गए. उस समय मुकेश की परिसंपत्तियों का मूल्य सात अरब डॉलर और अनिल की परिसंपत्तियों का मूल्य 5. 5 अरब डॉलर था.
फोर्ब्स इंडिया की ताजा 2010 की सूची के अनुसार, मुकेश भारतीय अमीरों में शीर्ष पर रहे हैं. उनकी परिसंपत्तियां 27 अरब डॉलर की थीं. वहीं उनके छोटे भाई अनिल 13. 3 अरब डॉलर की परिसंपत्तियों के साथ छठे स्थान पर हैं.
पिछले कुछ साल के दौरान भारतीय उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियों ने काफी धन संपदा जुटाई है. फोर्ब्स इंडिया की 2010 की भारतीयो अमीरों की सूची में 69 अरबपति शामिल हैं. वहीं पिछले साल भारतीय अरबपतियों की सूची में 52 लोग शामिल थे.
भारतीय अर्थव्यवस्था की 8. 5 फीसदी की वृद्धि दर और शेयर बाजारों में तेजी से देश के शीर्ष सौ अमीरों की परिसंपत्तियों में जोरदार इजाफा हुआ है. इसके साथ ही देश के अमीर लोगों की सूची में शामिल व्यक्तियों की संख्या पिछले साल लगभग दोगुना होकर 100 पर पहुंच गई.
जब भारतीय अमीरों की सूची का प्रकाशन शुरू हुआ था, उस समय अमीरों की सूची में 40 नाम शामिल थे. दिलचस्प यह है कि फोर्ब्स की अरबपतियों की सूची में शामिल पहले तीन नाम मुकेश अंबानी, लक्ष्मी निवास मित्तल और विप्रो के अजीम प्रेमजी पिछले कुछ साल से आपस में ही ऊपर नीचे होते रहे हैं. 2004 में पहली सूची में मित्तल का नाम सबसे ऊपर था. उनके बाद प्रेमजी का नंबर था और अंबानी भाई तीसरे स्थान पर थे.
इस साल फोर्ब्स इंडिया की भारतीय अमीरों की सूची में मुकेश अंबानी शीर्ष पर हैं. उनके बाद मित्तल का नंबर है और प्रेमजी तीसरे स्थान पर हैं. मित्तल की परिसंपत्तियां 26. 1 अरब डॉलर की हैं, जबकि प्रेमजी की 17. 6 अरब डॉलर.
2004 में अमीरों की सूची में आने के लिए कम से कम 30. 5 करोड़ डॉलर की परिसंपत्तियां होना जरूरी था. इस साल अमीरों की सूची में वे लोग ही शामिल किए गए हैं, जिनकी परिसंपत्तियां कम से कम 50 करोड़ डॉलर हैं.