यूं तो शराब अक्सर दिलोदिमाग में उफान पैदा करती है, पर अब शराब को लेकर अन्ना हजारे के एक बयान ने भी अच्छी-खासी हलचल पैदा कर दी है.
समाजसेवी अन्ना हजारे के बयान पर सियासी गलियारों में हो-हल्ला मचा गया है. सवाल उठा शराब छुड़ाने को लेकर, तो अन्ना ने बड़ी बेबाकी से जवाब दिया, डंडा छुड़ाती है शराब.
अन्ना ने पुराने वक्त को याद किया और कहा कि हमारे गांव में शराब पीने पर पहले तीन बार चेतावनी दी जाती थी. फिर भी ना माने, तो मंदिर में कसम खिलवाई जाती थी...और अगर इंसान फिर भी शराब न छोड़े, तो उसे मंदिर के पास पोल में बांधकर पीटते थे.
अन्ना ने यह तक कह दिया कि ऐसे तो कई लोगों ने शराब छोड़ भी दिया. आज वैसे लोग सुखी जीवन जी रहे हैं. अन्ना के इस फॉर्मूले पर हंगामा शुरू हो गया है.
सीपीआई के नेता गुरदास दासगुप्ता ने तो साफ-साफ कह दिया कि अन्ना पागल हैं. दासगुप्ता ने कहा कि शराब छुड़ाने का यह कोई तरीका नहीं हो सकता है. कांग्रेस के मनीष तिवारी भी शराबबंदी पर अन्ना के रुख के तालिबानी तरीका घोषित कर चुके हैं. बहरहाल, शराब को लेकर अन्ना के बयानों पर प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है.