अन्ना हजारे ने अप्रत्यक्ष रूप से अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला है. हजारे ने कहा कि भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन पार्टी बनाने के निर्णय से विभाजित हुआ है. पार्टी के समर्थन में आने से आंदोलन के तेवर पर असर पड़ा. हालांकि अरविन्द केजरीवाल ने अन्ना के इस राय पर किसी प्रकार से टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है. केजरीवाल का कहना है कि अन्ना हमारे दिल में हैं और सदा रहेंगे.
अपने सपनों से डर गया अन्ना का आंदोलन
हजारे ने खुद को किसी पार्टी या ‘सांप्रदायिक’ संगठन से जोड़े जाने पर आपत्ति जताई. केजरीवाल के नेतृत्व वाले समूह के अलग होने के बाद भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को चलाने के लिए योग गुरु रामदेव के माध्यम से आरएसएस से उनकी निकटता के आरोपों का जिक्र करते हुए उन्होंने ऐसा कहा.
उन्होंने कहा कि जो लोग पार्टी का पक्ष लेते हैं वे कहते हैं कि अगर अन्ना कहें तो वे पार्टी नहीं बनाएंगे, लेकिन इसके बावजूद वे मेरे निर्णयों के खिलाफ गए. ऐसा भी कहा जाता है कि वे पार्टी इसलिए बना रहे हैं कि अन्ना ने ऐसा निर्णय किया, यह ठीक नहीं है.