जन लोकपाल विधेयक संसद में पारित नहीं होने की स्थिति में कांग्रेस के खिलाफ प्रचार करने की योजना के बारे में सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की घोषणा के बीच किरण बेदी ने कहा कि उनका आंदोलन अब भी गैर राजनीतिक है और हजारे सरकार को ‘अग्रिम नोटिस’ देने का सिर्फ प्रयास कर रहे हैं.
बेदी ने कहा कि आंदोलन का उद्देश्य है कि संसद के शीतकालीन सत्र में सख्त लोकपाल के लिए विधेयक पारित हो जैसा सरकार ने वायदा किया था. उन्होंने कहा कि आंदोलन अब भी गैर राजनीतिक है और हजारे सरकार को ‘अग्रिम नोटिस’ देने का प्रयास कर रहे हैं.
हजारे पक्ष के एक अन्य सदस्य न्यायमूर्ति संतोष हेगड़े ने कहा कि शीतकालीन सत्र में लोकपाल विधेयक के पारित होने पर उन्हें ‘संदेह’ है.
उन्होंने कहा कि मैं इसके बारे में आश्वस्त नहीं हूं. अगर ऐसा होता है तो यह अच्छी बात होगी. भाजपा द्वारा जन लोकपाल विधेयक को समर्थन दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह आश्वस्त नहीं हैं कि कोई राजनीतिक पार्टी पूर्ण समर्थन करेगी.