समाजसेवी अन्ना हजारे ने खुलासा किया है कि उन्हें सरकार के नुमाइंदों से अनशन को लेकर धमकी मिल रही है. अन्ना ने कहा है कि अगर सरकार ने बातें नहीं मानी, तो 16 अगस्त से वे अनशन शुरू करेंगे.
अन्ना हजारे ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर आगाह किया है कि सरकारी लोकपाल बिल प्रभावशाली नहीं है. उन्होंने मांग की कि संसद में जनलोकपाल बिल भी पेश किया जाए.
अन्ना हजारे ने निराश होकर कहा कि दो महीनों तक चली बैठकों का नतीजा कुछ भी नहीं निकला. अन्ना ने कहा कि जो बातें जनता कह रही है, वह सरकार को माननी ही होगी. सारे सरकारी कर्मचारियों को लोकपाल के दायरे में लाया जाए.
आंदोलन की राह में कोई अनावश्यक बाधा न खड़ी हो, इसके लिए अन्ना हजारे सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल करने वाले हैं. अन्ना की टीम को आशंका है कि सरकार उनके साथ भी 'रामलीला मैदान' जैसी कार्रवाई कर सकती है.
अन्ना हजारे ने कहा कि वे गिरफ्तारी देने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में आंदोलन कुचलने की बात करना गलत है. उन्होंने कहा कि जबतक जान है, वे आंदोलन करते रहेंगे.