लंबे इंतजार के बाद आखिरकार टीम अन्ना और स्वयं अन्ना हजारे ने अपना अनशन तोड़ दिया है. पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह ने इनका अनशन तोड़वाया.
भ्रष्टाचार के खिलाफ टीम अन्ना के आंदोलन के राजनीतिक शक्ल लेने के ऐलान के बीच अन्ना हजारे ने कहा है कि जब तक उनके शरीर में प्राण है, तब तक लड़ाई जारी रहेगी.
अनशन तोड़ने से पहले अन्ना हजारे ने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव तक वे पूरे देश में घूमेंगे. उन्होंने कहा कि चुनाव में देश की जनता गद्दारों को घर भेजेगी. हालांकि अन्ना हजारे से यह स्पष्ट कर दिया है कि वे खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे.
अन्ना हजारे ने सत्ताधारी पार्टियों से कहा कि उन्हें डरने की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि वे बस जनलोकपाल लाएं और उसे संसद से पास कराएं.
भ्रष्ट नेताओं पर टिप्पणी करते हुए अन्ना हजारे ने कहा कि कई लोग कोयला खाते हैं, कई लोग चारा खाते हैं. उन्होंने कहा कि ऐेसे नेताओं को जनता ही सबक सिखाएगी.
अन्ना हजारे ने उम्मीद व्यक्त की कि अगर जनलोकपाल कानून पास हो गया, तो भ्रष्टाचार पर करीब 60 प्रतिशत तक काबू पाया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार मिटने के बाद ही गरीबों को न्याय मिल सकेगा.