पार्टी बनाने के मुद्दे पर अलग होने के चार दिन बाद अरविंद केजरीवाल ने उम्मीद जताई कि राजनीति में अगर वे ईमानदारी से काम करें तो अन्ना हजारे अपने समूह के साथ ‘तीन चार महीने’ में लौट आएंगे.
अन्ना हमारे दिलों में हैं
केजरीवाल ने एक प्रदर्शन के दौरान समर्थकों से कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि अन्ना ने हमें छोड़ दिया है. उन्होंने छोड़ा नहीं है. वह हमारे दिलों में हैं. उन्हें कोई भी हमसे दूर नहीं कर सकता. चूंकि राजनीति को वह गंदी चीज समझते हैं इसलिए हमारा मानना है कि राजनीति को स्वच्छ करने के लिए हमें इसमें प्रवेश करना होगा.
उन्होंने कहा कि जब वह हमारे ईमानदार और प्रतिबद्ध कार्यों को देखेंगे तो तीन-चार महीने में लौट आएंगे. 19 सितम्बर को हजारे से अलग होने के बाद पहली बार आज उन्होंने जंतर-मंतर पर बिजली की दरों में बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन किया.
अलग होने के बाद केजरीवाल के समर्थकों ने सोशल नेटवर्किंग साइट पर उनकी आलोचना की. शनिवार को केजरीवाल ने समर्थकों से अपील की थी कि वह वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता को निशाना नहीं बनाएं क्योंकि वह हमारे सम्मानित नेता हैं और उनका मार्गदर्शन बहुमूल्य है.