अन्ना हजारे ने मौनव्रत तोड़ने के बाद केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार मजबूत लोकपाल बिल लाने की बजाए इसे कमजोर करने पर आमादा है. उन्होंने कहा कि मजबूत लोकपाल के गठन तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.
अन्ना हजारे ने कहा कि हिसार में उनकी टीम ने जो किया, वह केवल इस बात की चेतावनी थी कि जो पार्टी मजबूत लोकपाल नहीं लाएगी, उसके खिलाफ लोगों से मतदान करने की अपील की जाएगी.
अन्ना हजारे ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार मजबूत लोकपाल बिल पास नहीं करती है, वे आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी विशेष के खिलाफ अभियान चलाएंगे और लोगों से उस पार्टी को वोट न देने की अपील करेंगे.
अन्ना हजारे ने कहा कि सरकार से यह अनुरोध किया जाएगा कि वह उत्तराखंड के लोकयुक्त बिल की तर्ज पर केंद्र में मजबूत लोकपाल का गठन करे. अन्ना हजारे ने कहा कि जिस तरीके से उत्तराखंड में बिल पास किया गया, वह काबिले तारीफ है.
अन्ना हजारे ने आरोप लगाया कि सरकार की नीयत साफ नहीं है, इसीलिए वह लोकपाल बिल को टुकड़े-टुकड़े में बांट रही है.
अन्ना ने सवाल खड़े किए जब लोकपाल बिल में सिटिजन चार्टर का जिक्र पहले से ही है, तो इसे अगल से लाने की क्या जरूरत है. उन्होंने कहा कि सरकार की नीयत में ही खोट है.