प्रभावी लोकपाल के लिए अनशन पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने अनशन खत्म करने का ऐलान किया है. एमएमआरडीआई मैदान पर जन सैलाब को संबोधित करते हुए अन्ना ने इसकी घोषणा की.
इसके साथ अन्ना हजारे ने 30 दिसंबर से प्रस्तावित 'जेल भरो आंदोलन' को भी टाल दिया है. अन्ना हजारे ने 'जेल भरो आंदोलन' को रद्द करने का ऐलान करते हुए कहा कि पहले मतदाता जागरुकता आंदोलन पर काम किया जाएगा.
इससे पहले चिकित्सकों ने अन्ना को तुरंत अनशन समाप्त करने की सलाह दी थी. चिकित्सकों ने कहा था कि यदि अन्ना ऐसा नहीं करते हैं तो इससे उनके गुर्दे प्रभावित हो सकते हैं.
वहीं अन्ना हजारे यह साफ कर दिया है कि लोकपाल की लड़ाई आगे भी जारी रहेगी और इसके लिए वे दिल्ली के रामलीला मैदान में धरने पर बैठेंगे.
अन्ना हजारे ने अपने समर्थकों को कहा कि यह अन्ना नहीं पूरे देश का आंदोलन है. इसके लिए देश के युवाओं को तैयार रहना होगा. आने वाले समय में गिरफ्तारियां भी देनी पड़ सकती है.
मुंबई के एमएमआरडीए मैदान पर लोगों को संबोधित करते हुए समाजसेवी अन्ना हजारे ने कहा कि सरकार देश की जनता के साथ जो दांव खेल रही है वह देश की जनता को मालूम है. उन्होंने कहा कि लोकपाल के लिए अभी भी हमें लंबी लड़ाई लड़नी है.
अन्ना हजारे ने अपनी इस चेतावनी को दोहराया कि मजबूत लोकपाल विधेयक नहीं लाने की वजह से पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के खिलाफ अभियान जारी रहेगा.इसी वर्ष पहले दिल्ली के जंतर-मंतर और फिर रामलीला मैदान में हुए अनशन के दौरान अन्ना के लोकपाल आंदोलन को जितना जबर्दस्त जनसमर्थन मिला था वह इस बार न तो दिल्ली में दिखा और न ही मुंबई में.
अन्ना ने कहा, ‘हम संसद में आज जो कुछ देख रहे हैं वह दुखद है. इसलिए मैंने आज ही उपवास तोड़ने का फैसला किया. अब एक ही रास्ता है. हम कार्यक्रम बनाएंगे और पांच राज्यों में जाकर जनजागरण करेंगे. मैं उनसे कहूंगा कि वे विश्वासघातियों को वोट नहीं दें.’