महाराष्ट्र के नादुंरबार में अन्ना हजारे की रैली से पहले उनकी सेहत अचानक बिगड़ गई. अन्ना हजारे को मेडिकल चांज के लिए नासिक ले जाया जाया गया. अन्ना को नासिक की साईं बाबा अस्पताल हार्ट इंस्टीट्यूट में भर्ती किया गया है. अन्ना हजारे की मंगलवार को महाराष्ट्र के धूलिया में रैली थी और इसी दौरान उन्हे डिहाइड्रेशन और बुखार की शिकायत हुई थी.
बुधवार की सुबह जब अन्ना नांदुरबार की रैली के लिए जा रहे थे तो उनकी सेहत ज्यादा खराब हो गई. नासिक में अन्ना की मेडिकल जांच मशहूर कार्ड़ियोलॉजिस्ट डॉ अनिरुद्ध धर्माधिकारी और दो अन्य डॉक्टर कर रहे हैं.
गौरतलब है कि अन्ना हजारे पिछले 20 दिनों से महाराष्ट्र के अलग अलग जिलों का दौरा कर भ्रष्टाचार के खिलाफ अलख जगा रहे हैं.
अन्ना हजारे खुली जीप में रैलियां करते हैं जो उनकी उम्र और सेहत के लिहाज से ठीक नहीं है. इन इलाकों में अधिकतम तापमान भी 45 से 47 डिग्री को छू रहा है इसीलिए अन्ना को एक दिन पहले डिहाइड्रेशन और बुखार की शिकायत हो गई थी.
पिछले साल अगस्त में दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन के बाद से ही अन्ना की तबीयत बार बार खराब हो रही है. 28 अगस्त को अनशन खत्म करने के बाद गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में अन्ना की सेहत की जांच हुई थी.
अन्ना की तबीयत फिर दिसंबर में मुंबई के आंदोलन से पहले बिगड़ी. खराब सेहत के बावजूद अन्ना मुंबई में अनशन पर बैठे. मुंबई की रैली में भी अन्ना को तेज बुखार आया था. अनशन पर बैठे अन्ना को 102 डिग्री का बुखार था. लोगों की अपील पर अन्ना ने अपना अनशन तोड़ा था.
इसके बाद जनवरी में उनके गांव रालेगन सिद्धि में अन्ना की तबीयत फिर बिगड़ी और उन्हें पुणे के संचेती अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल कराया गया था. यहां उन्हें थोड़ा आराम तो पहुंचा लेकिन कहा गया यहां एलोपैथिक दवाई की साइड इफेक्ट की वजह से उनकी तबीयत फिर बिगड़ गई थी. अन्ना के शरीर में दर्द बढ़ गया था और सूजन भी बढ़ गई थी. बाद में इलाज के लिए गुड़गांव के मेदांता अस्पताल आए. अन्ना यहां से स्वास्थ्य लाभ के लिए बैंगलोर भी गए थे.