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भ्रष्टाचार मिटाना ही नहीं चाहती सरकारः अन्ना हजारे

लोकपाल के मुद्दे पर अन्‍ना ने बुधवार शाम एक बार फिर हुंकार भरी. अन्‍ना ने कहा कि ग्रुप सी और डी का लोकपाल के दायरे में आना जरूरी है. भ्रष्‍टाचार से गरीबों का जीना मुश्किल हो गया है. अन्‍ना ने स्‍टैंडिंग कमेटी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब एक बार संसद ने जिन मुद्दों पर सहमति जता दी है तो उन पर फिर से क्‍यों उंगली उठायी जा रही है.

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अन्‍ना हजारे
अन्‍ना हजारे

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लोकपाल के मुद्दे पर अन्‍ना ने बुधवार शाम एक बार फिर हुंकार भरी. अन्‍ना ने कहा कि ग्रुप सी और डी का लोकपाल के दायरे में आना जरूरी है. भ्रष्‍टाचार से गरीबों का जीना मुश्किल हो गया है. अन्‍ना ने स्‍टैंडिंग कमेटी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब एक बार संसद ने जिन मुद्दों पर सहमति जता दी है तो उन पर फिर से क्‍यों उंगली उठायी जा रही है.

अन्‍ना ने कहा किस सरकार की नीयत ठीक नहीं है और वो भ्रष्‍टाचार को मिटाना नहीं चाहती. उन्‍होंने कहा, सरकार ने उन्‍हें तीन मुद्दों पर भरोसा दिया था लेकिन अब वह अपने वादे से मुकर रही है. अन्‍ना 11 दिसम्‍बर को दिल्‍ली में जंतर मंतर पर एक दिन का आंदोलन करेंगे.
उन्होंने लोकपाल बिल पास नहीं होने पर 27 दिसम्‍बर से दिल्‍ली के रामलीला मैदान में अनशन की बात फिर से दोहराई. इसके साथ ही अन्‍ना ने कहा कि वे चुनाव वाले राज्‍यों में लोगों को बताएंगे कि सरकार की नीयत ठीक नहीं है.

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इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि 34 में से सिर्फ एक मांग मानी गयी है. टीम अन्‍ना लोकपाल के सरकारी मसौदे से नाखुश है और अन्‍ना ने कहा कि संसद लोअर ब्यूरोक्रैसी को लोकपाल के दायरे में लाने का संकल्प कर चुकी है, लेकिन स्थायी समिति संसद की अवमानना कर रही है.

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