लोकपाल को लेकर टीम अन्ना ने एक बार फिर आंदोलन की तैयारी शुरु कर दी है. टीम अन्ना और अन्ना के समर्थक दिल्ली में कार और बाइक रैली निकाल रहें हैं. ये रैली पूरी दिल्ली में घूमेगी और लोगों को भ्रष्टाचार और लोकपाल के बारे में जागरुक करेगी. रैली राजघाट से शुरु हो रही है और करीब 25 किलोमीटर की दूरी तय करेगी.
उधर लोकपाल को लेकर अन्ना तीसरी बार अनशन के लिए तैयार हैं. अन्ना की सेहत ठीक नहीं, 74 साल की उम्र उनको अनशन की इजाजत नहीं देती लेकिन अन्ना आंदोलन की हुंकार भर चुके हैं. उन्होंने देश के लिए जान न्यौछावर करने का अपना अटल इरादा फिर से दोहरा दिया है. पूरे देश की निगाह एक बार फिर से अन्ना पर टिकी है. लोकपाल पर तलवारें फिर खिच चुकी हैं. सरकार लोकपाल पर अन्ना की सारी शर्ते मानने को तैयार नहीं और अन्ना जनताकी खातिर एक बार फिर अपनी जान को दांव पर लगाने को तैयार हैं.
दिल्ली में दिसंबर की कड़ाके की ठंड में अन्ना एक बार फिर रामलीला मैदान में भूखे प्यासे बैठेंगे. एक साल के अंदर ये तीसरा मौका होगा जब अन्ना आमरण अनशन करेंगे. अन्ना की सेहत 74 साल के उम्र में उनका बहुत साथ नहीं दे रही. रामलीला मैदान में 15 दिनों के अनशन के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई थी और उन्हें गुड़गांव के अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था. लेकिन अन्ना कहां मानने वाले, वो तो देश के लिए जान न्यौछावर करने का संकल्प ले चुके हैं.
अन्ना ने एलान कर दिया है और जन आंदोलन के इस नायक भी नहीं मालूम कि इसका अंजाम क्या होगा. साफ है गेंद अब सरकार के पाले में है और उसके रुख पर ही पूरे देश की निगाह होगी. वहीं, अन्ना के आंदोलन में एक बार फिर परमिशन का पेंच फंसता नजर आ रहा है. दिल्ली के रामलीला मैदान पर एमसीडी तबतक इजाज़त नहीं दे सकती जबकत पुलिस से नो ऑब्जेक्शन सर्टि फिकेट ना मिल जाए, औऱ पुलिस ने एनओसी पर चुप्पी साध ली है.
अबतक जो खबरें आ रही हैं उसकी मानें तो स्टैंडिंग कमिटी ने लोकपाल के लिए जैसा ड्राफ्ट तैयार किया है उसमें अन्ना की मुख्य मांगों को जगह नहीं मिली है. ऐसे में अन्ना का आंदोलन होना तय है, अन्ना हज़ारे ने 27 दिसंबर से 5 जनवरी तक दिल्ली के रामलीला मैदान में आंदोलन के लिए इजाज़त मांगी है. एमसीडी इजाज़त देने को तैयार है बशर्ते टीम अन्ना दिल्ली पुलिस से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट ले आए.
टीम अन्ना ने दिल्ली पुलिस से हफ्ते भर पहले एनओसी मांगी थी, लेकिन अबतक दिल्ली पुलिस इसपर फ़ैसला नहीं ले पाई है. आजतक ने जब इस सिलसिले में पुलिस अधिकारियों से बात की तो कैमरे पर तो वो नहीं आए, लेकिन ये ज़रूर कह दिया कि अभी आंदोलन दूर है, एनओसी की क्या जल्दी है?