गांधी जयंती से पहले अन्ना ने देश के नेताओं को संदेश दिया है. आजतक से खास बातचीत में अन्ना ने कहा है कि देश की तस्वीर बदले के लिए देश के नेताओं को खुद को जनता की सेवा के लिए आगे आना होगा.
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गांधी जी के बहाने बातों-बातों में अन्ना ने ये भी कह डाला कि चिदंबरम और कपिल सिब्बल जैसे नेताओं में लोगों के लिए काम करने का जज्बे का अभाव है औऱ ये लोग देश हित के मुद्दे से भटक गए हैं. अगर ऐसा ना होता तो मुझे जेल में ना डाला गया होता और ना ही बाबा रामदेव के आंदोलन पर लाठियां बरसाईं जातीं.
जेल में कैदियों पर चला अन्ना का जादू
अन्ना हजारे ने आजतक से खास बातचीत में यह भी कहा कि मैं आज का गांधी नहीं हूं और लोगों को मेरी तुलना गांधी जी नहीं करनी चाहिए. उन्होंने देश के लोगों से आह्वान किया कि लोगों के जीवन का लक्ष्य जनसेवा होना चाहिए. अन्ना ने भारत को कृषि प्रधान देश बताते हुए कहा कि हमारे देश का विकास तभी संभव है जब हमारे गांवों का होगा.
करप्शन के खिलाफ अन्ना हजारे का हल्ला बोल
अन्ना ने देश के सभी नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें देश की तरक्की के लिए काम करना चाहिए. अन्ना ने दलील दी कि देश के सियासतदानों को भले ही अन्ना एक कमजोर इंसान नजर आए लेकिन वो आखिर दम तक करप्शन के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहेंगे.
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