गांधीवादी अन्ना हज़ारे पक्ष ने तीन जुलाई को होने वाली सर्वदलीय बैठक से पहले लोकपाल के मुद्दे पर राजनीतिक दलों से संवाद साधने की अपनी कवायद के तहत बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद प्रमुख लालू प्रसाद और भाकपा महासचिव ए बी वर्धन से मुलाकात की.
गांधीवादी और उनके साथी कार्यकर्ता आज भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज, राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली और पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी से मुलाकात करेंगे.
हज़ारे की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी जल्द मुलाकात होने के संकेत मिले हैं. उन्हें गुरुवार को सोनिया के साथ बैठक करनी थी, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष के कार्यालय से उन्हें मुलाकात का वक्त नहीं मिल पाया.
उधर, तीन जुलाई को सर्वदलीय बैठक से पहले शनिवार को राजग की बैठक होगी, जिसमें लोकपाल के मुद्दे पर विपक्षी गठबंधन की रणनीति तय की जायेगी.
हज़ारे पक्ष ने बुधवार को राजग संयोजक और जद-यू नेता शरद यादव, माकपा महासचिव प्रकाश करात और रालोद प्रमुख अजित सिंह के साथ बैठक की थी.
इस कोशिश को आगे बढ़ाते हुए हज़ारे और उनके साथी कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल, किरण बेदी और मनीष सिसौदिया ने सबसे पहले बिहार के मुख्यमंत्री और जद-यू के वरिष्ठ नेता नीतीश से मुलाकात की. करीब 40 मिनट चली इस मुलाकात के बाद नीतीश ने संकेत दिये कि वह हज़ारे पक्ष के सुझावों के आधार पर अपने राज्य में लोकायुक्त का गठन करना चाहते हैं.
नीतीश ने कहा, ‘हमने अभी हज़ारे पक्ष के मसौदे का विस्तृत अध्ययन नहीं किया है. मसौदे पर गौर करने, अपनी पार्टी (जद-यू) के भीतर चर्चा करने और सहयोगी दलों के साथ बातचीत करने के बाद ही हम लोकपाल के मुद्दे पर अपना रुख तय करेंगे.’
उधर, प्रस्तावित लोकपाल विधेयक के मुद्दे पर कांग्रेस और समाज के सदस्यों के बीच मतभेद होने के बावजूद कांग्रेेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और हज़ारे के बीच जल्द ही मुलाकात होने के संकेत मिले हैं. गुरुवार को दोनों के बीच मुलाकात नहीं होने के बाद कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने अपना नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया कि बैठक जल्द ही हो सकती है. उन्होंने कहा, ‘मुद्दों पर मतभेद होने के बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष हमेशा सभी से उचित शिष्टाचार से पेश आयी हैं.’
हज़ारे पक्ष की आज सुबह भाजपा के वरिष्ठ नेता आडवाणी, सुषमा, जेटली और गडकरी के साथ भी मुलाकात होनी है. इस बीच, भाजपा के सर्वदलीय बैठक में भाग लेने के बारे में प्रसाद ने कहा, ‘राजग की दो जुलाई को होने वाली बैठक में ही सर्वदलीय बैठक के मुद्दे पर चर्चा होगी. लिहाजा यह नहीं समझा जाना चाहिये कि भाजपा सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं होने का मन बना चुकी है’