गांधीवादी कार्यकर्ता अन्ना हज़ारे पक्ष ने अपने आंदोलन से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संबंध होने के दावों को नकारते हुए कहा कि जनलोकपाल पर उनका अभियान एक जनांदोलन है, जिसमें सभी तरह की राजनीतिक विचारधारा रखने वाले लोग शामिल हैं. लेकिन संघ हमारे नेतृत्व का हिस्सा नहीं है.
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत की एक हालिया टिप्पणी और उस पर कांग्रेस के हज़ारे को आड़े हाथ लेने के बीच गांधीवादी कार्यकर्ता के आंदोलन ‘इंडिया अगेन्स्ट करप्शन’ ने बयान जारी कर स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की है.
संगठन ने कहा, ‘यह जनांदोलन है और इसमें भाग लेने वाले हर भारतीय का स्वागत है. इस आंदोलन में वाम, दक्षिण पंथी और मध्यमार्गी सहित सभी राजनीतिक विचारधारा के लोग शामिल हुए हैं.’ हज़ारे पक्ष ने कहा, ‘..लेकिन आरएसएस हमारे नेतृत्व का हिस्सा नहीं है और वह आंदोलन चलाने में किसी भी तरह से जुड़ा हुआ नहीं है.’ वक्तव्य में स्पष्ट किया गया, ‘हमारा आंदोलन किसी भी तरह की साम्प्रदायिक विचाराधारा से सहमत नहीं है.’
गौरतलब है कि संघ प्रमुख भागवत ने नागपुर में संगठन की वाषिर्क दशहरा रैली में कहा था कि संघ के स्वयंसेवक भ्रष्टाचार विरोधी सभी आंदोलनों में पहले से ही सक्रिय हैं और उनमें खुद के लिये ओहदा या श्रेय पाने की लालसा नहीं है.