छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है कि राज्य सरकार नक्सलवाद का जवाब विकास की योजनाओं के माध्यम से दे रही है.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री रमन सिंह ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि नक्सलवाद और आतंकवाद दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. राज्य सरकार नक्सल हिंसा और आतंक का जवाब आम जनता की भलाई के लिए संचालित अपनी शांतिपूर्ण विकास योजनाओं के जरिए दे रही है.
सिंह ने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी राज्य सरकार की विभित्र जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से विकास की गति लगातार बढ़ रही है. छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल क्षेत्रों में पिछड़ेपन का बेजा-फायदा उठाकर कुछ लोग वहां के सहज-सरल वनवासियों को देश और समाज तथा लोकतंत्र की मुख्य धारा से काटने की कोशिश कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ अन्तरराष्ट्रीय शक्तियां भारत की एकता और अखण्डता को नष्ट करने और हमारे महान लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने के लिए ऐसे लोगों के साथ है, जिनसे हमें सावधान रहने की जरूरत है. उनके नापाक इरादों को जरा भी कामयाबी नहीं मिलेगी.
नक्सल हिंसा का मुकाबला कर रहे हमारे सुरक्षा बलों का मनोबल बहुत ऊंचा है. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में वन क्षेत्रों के दूर-दराज गांवों में बसे वनवासी परिवारों को भी विकास की मुख्य धारा से जोड़ने की जरूरत है ताकि उन्हें भी सामाजिक-आर्थिक विकास के अवसर समान रूप से प्राप्त हो सकें. इसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार वचनबद्ध है.
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार भी राज्य में अनुसूचित जातियों, जनजातियों और समाज के कमजोर वर्गों के सामाजिक-आर्थिक और शैक्षणिक विकास के लिए लगातार हर संभव प्रयास कर रही है. इन वर्गो के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं का संचालन किया जा रहा है.