जम्मू-कश्मीर में सैन्य बलों पर लग रहे फर्जी मुठभेड़ के आरोपों के बीच रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा है कि सैन्य बलों को अपने कर्तव्य के निर्वहन के दौरान सावधानी बरतते हुए यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर में मानवाधिकारों का उल्लंघन नहीं किया जाए.
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सैन्यबल के जवानों को संबोधित करते हुए एंटनी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और अन्य जगहों पर मानवाधिकारों का विशेष खयाल रखना चाहिए.
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘आतंकवादियों से निपटने के लिए साहस की जरूरत होती है. उसी समय हमारे सैन्य बलों को अपने कर्तव्य को काफी सावधानी के साथ निभाना चाहिए. सैन्य बलों को जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर सहित अन्य जगहों पर मानवाधिकार का विशेष खयाल रखना चाहिए.’’
सैन्य बलों के खिलाफ भ्रष्टाचार जैसे आरोपों की बाबत उन्होंने कहा कि इस तरह के मामलों से खराब छवि बनती है और छवि पर नकारात्मक असर पड़ता है.
रक्षा मंत्री ने इस अवसर पर कहा, ‘‘आज मैं आप सब से कहना चाहता हूं कि यह आप सब की जिम्मेदारी है कि अपने काम को पूरी निष्ठा, पारदर्शिता, ईमानदारी और सत्यता के साथ करें. सेना पर इस देश के लोगों का जो भरोसा है उसे आप लोग बरकरार रखें.’’
सैन्य बल के आधुनिकीकरण के मुद्दे पर एंटनी ने कहा कि सेना देश में हमेशा से शीर्ष प्राथमिकता में रही है और तीनों सेवाओं में अधिकारियों की संख्या में बढ़ोतरी के लिए कदम भी उठाए जा रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने सैन्य बलों को नवीनतम और सबसे आधुनिकतम हथियार और साजो समान मुहैया करा रहे हैं.’’ सेना के जवानों और अधिकारियों के जीवन को बेहतर बनाने और कल्याण के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में एंटनी ने कहा कि सरकार हर किसी को खासकर दुर्गम और कठिन परिस्थितियों में रहने वालों को उन्नत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.
पूर्व सैनिकों के कल्याण के बारे में रक्षा मंत्री ने कहा कि उन्होंने सभी राज्यों से पूर्व सैनिकों को सभी स्तरों पर और अधिक रोजगार के अवसर मुहैया कराने का आग्रह किया है.
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए हमने कुछ कदम उठाए हैं. उन्हें बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए 199 नए पॉलीक्लिनिक और 15 नए क्षेत्रीय स्वास्थ्य केंद्र शुरू किए गए हैं. इसके साथ ही पेंशन से संबंधित समस्याओं के निपटारे के लिए एक ‘पायलट ऑनलाइन ऑटोमेशन स्कीम’ की शुरुआत की गई है.’’
महिलाओं को सैन्य बलों में और अधिक अवसर मुहैया कराने के बारे में रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा कि सरकार आगामी दिनों में और अधिक द्वार खोलने की कोशिश करेगी.